
बॉयफ्रेंड नहीं कर रहा था बात, 700 KM दूर से मिलने पहुंची नाबालिग गर्लफ्रेंड, फिर ब्लेड से काट लिया हाथ
AajTak
प्रेमी ने प्रेमिका से बात नहीं की तो वह 700 किलोमीटर दूर से कानपुर देहात आ पहुंची, जहां उसका प्रेमी रहता है. लेकिन फिर भी प्रेमी ने उससे बात नहीं की तो प्रेमिका ने ब्लेड से अपना हाथ काट लिया. फिर थाने पहुंच गई. वहां जाकर वह बेहोश हो गई. जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया.
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक प्रेमिका अपने प्रेमी से मिलने के लिए 700 किलोमीटर दूर से पहुंची. लेकिन जब प्रेमी ने उससे मिलने से इनकार कर दिया तो प्रेमिका ने ब्लेड से अपना हाथ काट लिया. फिर सीधे थाने जा पहुंची.
थाने पहुंचते ही किशोरी बेहोश हो गई. उसकी हालत काफी गंभीर थी. पुलिस वालों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज जारी है. मामला मंगलपुर थाना के झींझक कस्बे का है. झींझक कस्बे का रहने वाला एक युवक मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में प्राइवेट जॉब करता था. वहां उसकी दोस्ती नाबालिग किशोरी से हो गई.
दोनों की यह दोस्ती कुछ दिनों बाद प्यार में बदल गई. इस बीच युवक वहां से अपने घर झींझक आ गया. युवक के परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने उसे प्रेमिका से बात करने से मना कर दिया. घर वालों की बात मानकर प्रेमी युवक ने भी अपनी प्रेमिका से बात करना बंद कर दिया.
प्रेमी ने फिर भी नहीं की बात जब प्रेमी बात नहीं कर रहा था तो प्रेमिका ने तय किया कि अब वह सीधे उसके घर ही चली जाएगी. शनिवार को वह अपने प्रेमी को ढूंढते हुए इंदौर से 700 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात झींझक आ गई. प्रेमिका प्रेमी के घर पहुंची तो प्रेमी ने उससे मिलने से मना कर दिया. इस पर वह अपना आपा खो बैठी और ब्लेड से अपनी हाथ की नस काटकर जान देने की कोशिश की.
हाथ की नस काटने के बाद प्रेमिका थाने पहुंच गई. पुलिस वाले किशोरी को हाथों से खून निकलता देख सन्न रह गए. इसी बीच वह बेहोश हो गई. हालांकि की बाद में किशोरी को बिना महिला पुलिस के ही अस्पताल में भर्ती कराया.
वहां उपचार के बाद पुलिस ने गहराई से पूछताछ शुरू की तो घबरा कर किशोरी बिना कुछ बताए वहां से गायब हो गई. अब पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है. वहीं पुलिस उस युवक से भी बात कर रही है जिसके लिए किशोरी ने यह कदम उठाया.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.







