
बेंगलुरु में स्कूल से लौट रही छात्रा का यौन उत्पीड़न, पुलिस हिरासत में दो नाबालिग लड़के
AajTak
कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण के अनेकल तालुक में स्कूल से घर लौट रही नाबालिग छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई है. इस वारदात को दो नाबालिग लड़कों ने अंजाम दिया है. पीड़िता के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण के अनेकल तालुक में स्कूल से घर लौट रही नाबालिग छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई है. इस वारदात को दो नाबालिग लड़कों ने अंजाम दिया है. पीड़िता के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. उन्हें हिरासत में लेकर इस मामले की जांच की जा रही है.
बेंगलुरु के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने बताया कि इस घटना की शिकायत बुधवार को दर्ज कराई गई है. पीड़िता स्कूल से घर लौट रही थी. उसी समय आरोपी लड़कों ने गांजे के नशे में उसे अगवा कर लिया. उसे एक घर में ले गए, जहां उसका यौन उत्पीड़न किया. पीड़िता किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर घर आई. उसने अपनी मां को आपबीती सुनाई.
पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. दोनों को पुलिस हिरासत में लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. विस्तृत जानकारी का इंतजार है. बताते चलें कि पिछले महीने बेंगलुरु के कोरमंगला में गैंगरेप की वारदात सामने आई थी.
यहां आरोपियों ने एक महिला को पुरानी जान-पहचान का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया. उसको मिलने के लिए एक होटल में बुलाया. छत पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड के रहने वाले अजीत, विश्वास और शिवू के रूप में हुई थी. आरोपी एचएसआर लेआउट के एक होटल में काम करते थे.
पुलिस उपायुक्त सारा फातिमा ने बताया कि 21 फरवरी को पुलिस को वारदात की सूचना मिली थी. इस जघन्य कृत्य में चार आरोपी शामिल थे. पीड़िता दिल्ली की रहने वाली है, जो किसी अच्छे परिवार से ताल्लुक रखती है. फिलहाल काम के सिलसिले में वो बेंगलुरु में रह रही है. वो अपने किसी दोस्त से मिलने गई थी. इस दौरान आरोपियों वारदात को अंजाम दिया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







