बुजुर्गों का साथ युवाओं का हाथ, अंबिका चौधरी जैसे पुराने नेताओं की घर वापसी में जुटे अखिलेश
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उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर रहने के बाद अखिलेश को इस बात का एहसास है कि युवाओं के जोश के साथ-साथ यूपी की तपती हुई सियासी राह पर पुराने बरगद की छांव कितनी जरूरी है. यही वजह है कि अखिलेश 2022 के चुनाव से पहले अपने पिता मुलायम सिंह यादव के दौर के नेताओं की घर वापसी करने में जुटे हैं, ताकि 'नई सपा में बुजुर्ग नेता जोश' भर सकें?
उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव हरसंभव कोशिश में जुटे हैं. 'नई हवा है, नई सपा है' और 'बुजुर्गों का हाथ, युवाओं के साथ' का नारा दिया है, जिससे जाहिर है कि अखिलेश को इस बात का अहसास है कि युवाओं के जोश के साथ-साथ यूपी की तपती हुई चुनौती भरी सियासी राह पर पुराने बरगद की छांव कितनी जरूरी है. यही वजह है कि अखिलेश 2022 के चुनाव से पहले अपने पिता मुलायम सिंह यादव के दौर के नेताओं की घर वापसी करने में जुटें हैं, ताकि 'नई सपा में बुजुर्ग नेता हवा' भर सकें?हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.