
बीच समंदर पाकिस्तान नेवी और भारतीय मछुआरों के बीच भिड़त, दोनों ओर से एक-एक मौतें
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भारतीय बोट फिशिंग करते वक्त पाकिस्तानी जल सीमा में प्रवेश कर चुकी थी और पाकिस्तान मरीन एजेंसी की बोट इनको पकड़ने के लिए पहुंची, जिसे देखकर भारतीय मछुआरे भागे और दोनों बोट की टक्कर हो गई. इस घटना में दोनों ओर से एक एक मौतें हुई हैं. बताया जा रहा है कि 6 भारतीय मछुआरे पाकिस्तान की कस्टडी में हैं.
गुजरात के बेट द्वारका के अल हुसैनी में मछली पकड़ने गई भारतीय नाव और पाकिस्तानी नेवी के नाव के बीच भिड़ंत हो गई जिसमें एक भारतीय मछुआरा और एक पाकिस्तानी नेवी कर्मचारी की मौत हो गई. दरअसल, भारतीय नाव पाकिस्तानी जल सीमा में प्रवेश कर गई, जिसके बाद बीच समंदर पाकिस्तान नेवी और भारतीय मछुआरों के बीच भिड़त हो गई. इस भिड़ंत में दोनों ओर से एक-एक मौतें हुई हैं. भारतीय नाव पर 7 मछुआरे थे, जिनमें से एक मृत मिला और बाकी छह अभी भी लापता हैं.
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दरअसल, भारतीय नाव 15 मार्च 2024 को मछली पकड़ने के लिए 7 मछुआरों के साथ बेट द्वारका से रवाना हुई थी. 21 मार्च 2024 को नाव जखो से 12 समुद्री मील की दूरी पर क्षतिग्रस्त पाई गई, जिसके बाद बोट मालिक ने ओखा फिशरी को लिखित में सूचना दी. नाव मालिक इरफ़ान अलाना ने स्वीकार किया कि 7 में से 2 मछुआरे 18 साल से कम उम्र के थे और लापता हैं. नाव टूटी हुई अवस्था में मिली, 7 मछुआरों में से एक मृत पाया गया और बाकी 6 अभी भी लापता हैं. मछुआरे सयाल मामाद पंजारी का द्वारका सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया. 6 भारतीय मछुआरे पाकिस्तान की कस्टडी में हैं भारतीय एजेंसी के सूत्रों की माने तो भारतीय बोट फिशिंग करते वक्त पाकिस्तानी जल सीमा मे प्रवेश कर चुकी थी और पाकिस्तान मरीन एजेंसी की बोट इनको पकड़ने के लिए पहुंची, जिसे देखकर यह लोग भागे और दोनों बोट की भिड़ंत हो गई. इस भिड़ंत में पाकिस्तानी मरीन एजेंसी का सेलर और भारतीय नाव से 2 लोग समंदर मे गिर गए. पाकिस्तानी सेलर की वहीं मौत हो गई, साथ ही कल एक भारतीय मछुआरे की भी लाश पानी में मिली. जिसका पोस्टमार्टम करवाया गया. इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, पर माना जा रहा है कि 6 भारतीय मछुआरे पाकिस्तान की कस्टडी में हैं.

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