
बिहार में होने लगी सीट शेयरिंग पर रार! CPI का ऐलान- लोकसभा चुनाव में 3 सीटें पर उतारेंगे उम्मीदवार
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इंडिया ब्लॉक देशभर में भले ही अभी सीट शेयरिंग को लेकर कोई निश्चित फैसला नहीं ले पाया है, लेकिन इस मामले में बिहार एक कदम आगे चल रहा है. यहां सीट में बंटवारे को लेकर पहल शुरू कर दी गई है. JDU जहां एक ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय संयोजक पद के लिए लगातार प्रयास करा है तो इसी बीच इंडिया ब्लॉक ने राज्य में सीट-बंटवारे की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
बिहार महागठबंधन में लेफ्ट पार्टियों ने सीट शेयरिंग को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. CPI का ऐलान है कि 2024 lok sabha चुनाव में पार्टी तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. CPI ने बेगूसराय, बांका और मधुबनी की सीटों की मांग की है. वहीं, JDU ने पहले ही 16 सीटों की मांग की है. हालांकि सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में जो फॉर्मूला है, उसके तहत राजद और JDU को 17-17 सीटें, कांग्रेस को चार और सीपीआई (एमएल) को दो सीटें देने का है.
राजद के एक नेता ने कहा, “व्यावहारिक फॉर्मूला राजद और JDU को 17-17 सीटें, कांग्रेस को चार और सीपीआई (एमएल) को दो सीटें देने का है. अगर राजद और JDU के शीर्ष नेता थोड़ा और मान लें, तो राजद और जद (यू) को 16-16 सीटें, कांग्रेस को पांच, सीपीआई (एमएल) को दो और सीपीआई को एक सीट मिल सकती है.
इंडिया ब्लॉक देशभर में भले ही अभी सीट शेयरिंग को लेकर कोई निश्चित फैसला नहीं ले पाया है, लेकिन इस मामले में बिहार एक कदम आगे चल रहा है. यहां सीट में बंटवारे को लेकर पहल शुरू कर दी गई है. JDU जहां एक ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय संयोजक पद के लिए लगातार प्रयास करा है तो इसी बीच इंडिया ब्लॉक ने राज्य में सीट-बंटवारे की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
सूत्रों ने कहा कि JDU ने शुक्रवार को कांग्रेस को बताया कि वह कम से कम 16 मौजूदा लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जो उसने 2019 में जीती थीं. फिलहाल बिहार में जेडीयू के पास 16 और कांग्रेस के पास एक सीट है. सूत्रों ने कहा कि JDU ने कांग्रेस की एकमात्र सीट, किशनगंज पर भी अपना दावा किया है, जहां वह 2019 के चुनावों में दूसरे स्थान पर रही थी, यहां उसने 2019 के लोकसभा चुनावों में एनडीए सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ा था. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार को 17 सीटों पर पार्टी के दावे के बारे में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता को बताया है. JDU के एक नेता ने कहा. “JDU ने 16 सीटें जीती थीं और एक अन्य सीट पर उपविजेता रही थी. राजद, कांग्रेस और लेफ्ट दलों को बाकी बची 23 सीटों पर अपना हिस्सा तय करना है, ” नीतीश को इंडिया ब्लॉक में राष्ट्रीय संयोजक का पद मिलने की संभावना पर नेता ने कहा, 'कांग्रेस को उनके नाम पर कोई आपत्ति होने की संभावना नहीं है. संयोजक के नाम की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है.
जदयू ने नीतीश को इंडिया ब्लॉक का राष्ट्रीय संयोजक बनाने के लिए कांग्रेस पर दबाव बना रखा है. एक अन्य JDU) नेता ने कहा: “अधिकांश सहयोगियों ने इस विचार का समर्थन किया है. यह अभी समय की बात होनी चाहिए.” कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि वह बिहार में अपना आधार बढ़ाने के लिए आठ सीटों पर दबाव बना रही है. JDU और राजद के सूत्रों ने कहा कि वे 2015 के विधानसभा चुनाव के फॉर्मूले पर चलेंगे जिसमें दोनों दलों ने कांग्रेस को सम्मानजनक संख्या में सीटें देते हुए बराबर संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ा था. पटना में जदयू के एक सूत्र ने कहा, “इस बार, हमें सीपीआई (एमएल) और सीपीआई को भी समायोजित करना होगा. कांग्रेस को चार से अधिक सीटों के लिए दबाव नहीं डालना चाहिए क्योंकि राज्य में उसका आधार सिकुड़ गया है,''

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