बिहार में शराबबंदी की हकीकत, सिर्फ नवंबर में 11 हजार लोग गिरफ्तार, 3.25 लाख लीटर शराब जब्त
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बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी है लेकिन शायद ही ऐसा कोई दिन बीतता है जब कहीं पर शराब बरामद न होता हैं. जाहिर है कि लोग चोरी-छिपे इसे पी रहे हैं और सबसे बड़ी बात नवंबर महीने में ही जहरीली शराब की चपेट में आने से गोपालगंज, पश्चिम चंपारण और बेतिया में कई लोगों की मौत भी हो गई थी .
अभी कुछ दिनों पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने स्पष्ट किया था कि राज्य सरकार किसी भी हाल में शराबबंदी कानून वापस नहीं लेने वाली है, और इसके लिए और कठोर कदम उठाने की बात भी की थी. लेकिन सरकार ने शराबबंदी को लेकर बेशक कड़े कानून बना लिए हों, मगर हकीकत इससे एकदम उलट है. दरअसल, शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब पकड़ी जा रही है और लोग इसका सेवन भी कर रहे हैं.
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