बिहार: जहरीली शराब से 65 मौतें और बयानों के 'बेशरम रंग' का सिलसिला
AajTak
पहले 24, फिर 40 और अब 65, बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों का ग्राफ दिल दहला देने वाला है. इंसानों की जान ऐसे जा रही है जैसे उसकी कोई कीमत ही नहीं है. इस बीच राज्य में इस मुद्दे पर हो रही बयानबाजी का संवेदनहीन स्तर सुनकर जनता सिर पकड़ ले रही है.
एक्टर शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' का गाना 'बेशरम रंग...' मीडिया में लगातार सुर्खियां बटोर रहा है. कुछ लोगों को गाने के बोल से आपत्ति है तो कुछ लोगों को अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के कपड़ों से. लेकिन सिनेमा से इतर बिहार की सियासत में भी इन दिनों बयानों का एक बेशरम रंग देखने को मिल रहा है. बयानबाजी भी ऐसे मु्द्दे को लेकर हो रही है जहां सिर्फ संवेदना की जरूरत थी. लेकिन सियासत का तेवर और क्लेवर ही ऐसा होता है कि यहां पॉलिटिकली करेक्ट होने की जरूरत होती है न इमोशनली कनेक्ट होने की.
शराबबंदी वाले बिहार में 'जहर' मिली शराब को पीकर अबतक 65 लोगों की मौत हो चुकी है. इस जहरीली दारू के शिकार छपरा-सीवान और बेगूसराय के लोग हुए हैं. वे लोग जो मजदूरी करके जीते हैं और जिनकी शाम की बैठकी 20 रुपये की कच्ची शराब पर जमती है. इस जहरीली शराब को पीकर मरने वाले लोग बेहद गरीब हैं. इतने गरीब कि इनकी मौत के बाद इनका अंतिम संस्कार करने के लिए भी परिवारों को कर्ज लेना पड़ रहा है.
बिहार में शराबबंदी है, निश्चित रूप से शराब पीकर मरने वालों ने कानून के खिलाफ काम किया था. लेकिन ये शराब तो उन्हें उसी 'इकोसिस्टम' ने मुहैया कराया जहां की पुलिस और पूरी प्रशासनिक मशीनरी राज्य सरकार की है.
ये 'श्रद्धांजलियां' हैं सियासत का 'बेशरम रंग'
ये परिवार अपने आंसू पोछ पाते इससे पहले ही बिहार का राजनीतिक नेतृत्व इन मरने वालों को जो 'श्रद्धांजलियां' दे रहा है, वहीं सियासत से निकला बयानों का बेशरम रंग है जिसकी शुरुआत होती है 'पियोगे तो मरोगे से'.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुढ़नी उपचुनाव में जेडीयू के हार के झटके से उबरे भी नहीं थे कि शराबकांड बिहार की सियासत में कोहराम मचाने आ गया.
केरल में ड्राइविंग के दौरान नियमों की धजी उड़ाने वाले शख्स पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल विभाग ने तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. अलप्पुझा के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आर. रामनन की जांच के बाद आरोपी पुजारी बैजू विंसेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर किया गया है.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.