पैसों की खातिर कर डाले दोस्त के 49 टुकड़े, ऑफिस के बाहर गड्ढे में दबाया शव
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यूपी के हापुड़ में पैसे की लालच में दो दोस्तों ने मिलकर तीसरे दोस्त की हत्या कर दी. इतना ही नहीं दोनों आरोपियों ने शव को 49 टुकड़ों में काट दिया और अपने ही दफ्तर के बाहर गड्ढा खोदकर उसमें दबा दिया. पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक गड्ढे से पुलिस ने युवक का 49 टुकड़ों में शव बरामद किया. यह सनसनीखेज वारदात हाफिजपुर थाना क्षेत्र के कुराना गांव की है.
दरअसल 3 दिन से लापता युवक इरफान को जब पुलिस ढूंढ रही थी उस दौरान पूछताछ में पुलिस को इरफान के दोस्त माजीद और रागिब पर शक हुआ. पुलिस ने जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली. पुलिस के मुताबिक इरफान की हत्या पैसों के लिए की गई थी.
हत्या की बीत स्वीकार करने के बाद आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने एक गड्ढे से इरफान का 49 टुकड़ों में कटा हुआ शव बरामद किया. शव को बरामद करने के लिए मौके पर खुदाई की गई जिस दौरान एएसपी सहित भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रही.
पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि सभी दोस्त 18 मार्च को होली के दिन साथ में थे और सभी ने शराब पी थी. इसी दौरान उन्हें इरफान के पास मकान बेचकर मिले 7 लाख रुपये की जानकारी मिली. इसके बाद उन पैसों को लेकर इरफान के दोस्तों की नीयत खराब हो गई और उन्होंने इरफान को भरोसे में लेकर उसकी हत्या कर दी.
इसके बाद आरोपियों ने लाश के कई टुकड़े कर दिए और उसे अपने ऑफिस के सामने ही गड्ढा खोदकर दबा दिया. इस हत्याकांड को लेकर हापुड़ के एएसपी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि मृतक के भाई इमरान ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका भाई इरफान गायब हो गया है. इरफान के भाई ने माजिद और रागिब पर इसका शक जताया था.
पुलिस ने जब इरफान के दोनों दोस्तों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो इरफान की हत्या को उन्होंने स्वीकार कर लिया. इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 34, 302, 201 के तहत केस दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया. इन आरोपियों से पुलिस ने 3 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.