
पुष्पा 2 के टिकट प्राइस पर मचा शोर, सपोर्ट में आए राम गोपाल वर्मा, बोले- मत देखो अगर...
AajTak
Pushpa 2 कि टिकट्स मुंबई में 3000 हजार तक के रेट्स में भी बिकी हैं. इस पर काफी शोर मचा, जिसे देखते हुए फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा खुद को अपनी राय देने से रोक नहीं पाए. तमाम करोड़ों फैंस की तरह रामू भी अल्लू को बेहद पसंद करते हैं, उनके मुताबिक फिल्म की टिकट महंगे रेट पर बिकना आम बात है.
फिल्म पुष्पा 2 सही में वाइल्ड फायर निकली, बॉक्स ऑफिस पर रिलीज से पहले ही 125 करोड़ की कमाई कर डाली है. इतना ही नहीं पहले दिन के प्रेडिक्शन में बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का आंकड़ा 250 करोड़ पार जाने की पूरी संभावना है.
हालांकि इसमें बड़ा हाथ टिकट प्राइस का है, जो कि मुंबई में 3000 हजार तक के रेट्स में भी बिकी हैं. इस पर काफी शोर मचा, जिसे देखते हुए फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा खुद को अपनी राय देने से रोक नहीं पाए. तमाम करोड़ों फैंस की तरह रामू भी अल्लू को बेहद पसंद करते हैं, उनके मुताबिक फिल्म की टिकट महंगे रेट पर बिकना आम बात है. ये किसी साधारण होटल में बैठकर इडली खाने वाले के बस की बात नहीं. अगर आपको महंगी 7 स्टार वाली इडली नहीं खानी तो आप मत जाओ, क्योंकि ये एंटरटेनमेंट है, जरूरत नहीं.
नहीं खरीद पा रहे तो मत देखो
होटल और इडली से उदाहरण देते हुए राम गोपाल वर्मा ने पुष्पा 2 की महंगी टिकट का पूरा समीकरण समझाया. उन्होंने X पर अपना ओपिनियन पोस्ट किया और लिखा- सुब्बाराव नाम के व्यक्ति ने इडली का होटल खोला और एक प्लेट इडली की कीमत 1000 रुपये रखी. सुब्बाराव के इतने पैसे लेने का कारण ये है कि उनका मानना है कि वाडी इडली बाकी इडली से बेहतर है. लेकिन अगर ग्राहक को सुब्बाराव की इडली पसंद नहीं आती है, तो वो सुब्बाराव होटल नहीं जाएगा. इससे सिर्फ सुब्बाराव को ही नुकसान होगा, किसी और को नहीं.
मनोरंजन जरूरत नहीं...
रामू ने आगे लिखा, ''अगर कोई चिल्लाता है कि सुब्बाराव की इडली आम आदमी के लिए सस्ती नहीं है, तो ये उतना ही बेवकूफाना है जितना कि ये चिल्लाना कि 7 स्टार होटल आम आदमी के लिए सस्ता नहीं है. अगर ये तर्क दिया जाता है कि हम 7 स्टार होटल के माहौल के लिए भुगतान कर रहे हैं, तो पुष्पा 2 के मामले में, वो 7 स्टार के रेटिंग वाली फिल्म है. लोकतंत्र का डेमोक्रेटिक क्लास डिफ्रेंस पर काम करता है. सभी प्रोडक्ट की तरह फिल्में भी प्रॉफिट के लिए बनाई जाती हैं, ना कि पब्लिक सेवा के लिए. तो फिर वो लग्जरी कारों, आलीशान इमारतों, ब्रांडेड कपड़ों और मूवी टिकट की कीमतों पर क्यों रो रहे हैं?''













