पीलीभीत में 15 साल के लड़के ने पैसे का लालच देकर पांच साल के बच्चे से किया कुकर्म
AajTak
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 15 साल का एक नाबालिग 5 साल के बच्चे को पैसे का लालच देकर एक सुनसान मकान में ले गया. फिर उसके साथ वहां कुकर्म किया. पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में ले लिया और कोर्ट में पेश किया.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां 15 साल के एक नाबालिग ने 5 साल के बच्चे के साथ कुकर्म किया. पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर कोर्ट में पेश किया.
यह शर्मनाक मामला बरखेड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां 5 साल का बच्चा रोज की तरह घर के बाहर खेल रहा था. बच्चे के पिता का आरोप है कि गांव के ही रहने वाले 15 साल के नाबालिग ने मेरे बच्चे को पैसे का लालच दिया. इसके बाद वह उसे पास के खाली पड़े मकान में ले गया.
पीड़ित के पिता के मुताबिक, वहां उनके बेटे के साथ नाबालिग ने कुकर्म किया. इसके बाद बच्चा रोते हुआ घर पहुंचा और परिजनों को पूरी बात बताई. इसके बाद परिजन बच्चे को लेकर थाने पहुंचे और आरोपी नाबालिग के खिलाफ कुकर्म का मामला दर्ज कराया.
बाल सुधार गृह भेजा गया आरोपी बरखेड़ा पुलिस ने 15 साल के नाबालिग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे हिरासत में ले किया. आरोपी को किशोर न्यायालय में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया गया. पीड़ित बच्चे का भी मेडिकल टेस्ट के बाद परिजनों के साथ घर भेज दिया गया.
मामले में पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने कहा, "आरोपी को हिरासत में लेकर किशोर न्यायालय पेश कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. बरखेड़ा क्षेत्र में 15 साल के लड़के पर 5 साल के बच्चे के साथ कुकर्म करने का मामला दर्ज हुआ है. इस मामले में आरोपी को हिरासत में ले लिया गया था."
पुणे पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए आरोपी नाबालिग की मां को भी हिरासत में ले लिया है. नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने बेटे के ब्लड सैंपल से ना केवल छेड़छाड़ की थी बल्कि इसे बदल भी दिया था. जैसे ही यह खबर सामने आई तो शिवानी अंडरग्राउंड हो गई. फाइनली पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला है. वह कल रात वह मुंबई से पुणे आई थी. गिरफ्तारी की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी होंगी.
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है. लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है. जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है. अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्यों में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार 75 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि हर कोई जो शांति चाहता है, उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. अब समय आ गया है कि इस जंग को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के नेताओं से आह्वान किया है कि इस मौके को मत गंवाए. बाइडेन के मुताबिक, इस प्रस्तावित शांति योजना के पहले चरण में छह हफ्तों का सीजफायर शामिल है, जिस दौरान इजरायल और हमास सात अक्तूबर के हमले के बाद से शुरू हुई जंग को खत्म करने पर चर्चा करेंगे.
सातवें चरण में लगभग 5.24 करोड़ पुरुष, 4.82 करोड़ महिलाएं और 3,574 थर्ड जेंडर मतदाता सहित 10.06 करोड़ से अधिक नागरिक मतदान करने के पात्र हैं. आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती, अभिनेत्री कंगना रनौत, रवि किशन, निशिकांत दुबे भी मैदान में हैं.