
पाकिस्तान के चुनाव के नतीजों में गड़बड़ी के सवाल पर क्या बोला अमेरिका?
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पिछले सप्ताह पाकिस्तान में हुए चुनाव पर अमेरिका ने कहा है कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान चुनाव में हुए अनियमितताओं की स्वतंत्र जांच हो. गुरुवार को हुए चुनाव में धांधली के आरोपों को लेकर पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन जारी है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई का आरोप है कि उनके उम्मीदवारों को जान-बूझ कर हराया गया है.
पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई और नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएलएन ने अपनी-अपनी जीत का दावा करते हुए सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है. इसी बीच अमेरिका ने सोमवार को कहा है कि पाकिस्तान को अपनी कानूनी प्रणाली माध्यम से हुए चुनाव में अनियमितताओं के दावों की स्वतंत्र जांच करानी चाहिए.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोमवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से जब पूछा गया, "आपने कहा कि आप (अमेरिका) पाकिस्तान की नई सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार है. लेकिन पाकिस्तान की नई सरकार पर चुनाव में धोखाधड़ी और अनियमितताओं का आरोप लगा है. इस पर आपकी क्या राय है?"
इसका जवाब देते हुए मैथ्यू मिलर ने कहा, "मुझे नहीं लगता है कि पाकिस्तान में अभी तक कोई नई सरकार बनी है. मेरा मानना है कि सरकार बनाने को लेकर अभी चर्चा चल रही है. लेकिन एक बात जो हमने चुनाव से पहले भी कही है और अभी भी स्पष्ट करना चाहेंगे कि पाकिस्तान की जनता जिसे भी अपना प्रतिनिधित्व चुनेगी. हम उस सरकार के साथ काम करेंगे. जहां तक धोखाधड़ी के दावों का सवाल है. हम इसकी पूरी जांच चाहते हैं."
चुनाव में निर्दलीय और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान समर्थित उम्मीदवारों की जीत को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मैथ्यू मिलर ने कहा, "मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारा मानना है कि धोखाधड़ी के दावों की पूरी जांच होनी चाहिए. यह चुनाव पूरी तरह कांटे की टक्कर वाली थी. जिसमें लोग अपनी पसंद का चुनाव करने में सक्षम थे. जैसा कहा जा रहा है कि चुनाव में अनियमितताएं हुई हैं. हम उसकी जांच चाहते हैं. हालांकि, हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और जो भी सरकार बने हम उसके साथ काम करने के लिए तैयार हैं.
किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के मुताबिक, इमरान खान और पार्टी सिंबल की गैर-मौजूदगी में पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 100 से अधिक सीटें जीतने में सफल रही. वहीं, नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को फाइनल नतीजे में 72 सीटें मिली हैं.

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