
पाकिस्तान के कहने पर ना चलें मुस्लिम देश, कश्मीर पर OIC के बयान को लेकर भारत ने दी चेतावनी
AajTak
ओआईसी ने अपने प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों का जिक्र किया है और कहा है कि वहां के लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार होना चाहिए. भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि भारत का संदर्भ झूठ और गलत बयानी पर आधारित है.
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आयोजित इस्लामिक सहयोग संगठन (Organisation Of Islamic Cooperation) में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया. ओआईसी ने कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार होना चाहिए. भारत ने ओआईसी के इस बयान की सख्त आलोचना करते हुए कहा कि ओआईसी का ये बयान झूठा और गलत है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भारत का बयान साझा किया है.
भारत की तरफ से बयान में कहा गया, 'बैठक में दिए गए बयान और अपनाए गए प्रस्ताव दिखाते हैं कि इस्लामिक सहयोग संगठन एक संस्था के रूप में कितना अप्रासंगिक है. इससे ये भी स्पष्ट होता है कि इसके जोड़तोड़ में पाकिस्तान की कितनी बड़ी भूमिका है.'
बयान में आगे कहा गया, 'ओआईसी में भारत का जिक्र गया है जो झूठ और गलत बयानी पर आधारित है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का बारंबार उल्लंघन होता है. उसके कहने पर ओआईसी द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव पर टिप्पणी करना मूर्खता है. जो भी देश और संगठन इस तरह के अभ्यासों में हिस्सा लेते हैं, उन्हें एहसास होना चाहिए कि इससे उनकी प्रतिष्ठा पर क्या असर होगा.'
क्या कहा था ओआईसी ने अपने प्रस्ताव में?
कश्मीर को लेकर ओआईसी ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघनों की हम कड़ी निंदा करते हैं. कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर ओआईसी ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को भारत ने एकतरफा फैसले में गैर-कानूनी तरीके से जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटा दिया. इसका लक्ष्य कश्मीर के डेमोग्राफी में बदलाव करना है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.








