पहली बार बजाया गया 18 हजार साल पुराना शंख, सुनिए इसकी आवाज
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फ्रांस के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम ऑफ टोउलोउस में एक 18 हजार साल पुराना शंख रखा है. यह पहली बार 1931 में पाइरेनीस माउंटेंस की मार्सोउलास गुफा में मिला था. तब इसे इस म्यूजियम में रखा गया है लेकिन इसे बजाया नहीं गया था. हाल ही में साइंटिस्ट्स ने इसे बजाया. इसकी आवाज सुनी. अब इसकी आवाज के सहारे ये 18 हजार साल पुरानी सभ्यता के संगीत का अंदाजा लगा रहे हैं.
फ्रांस के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम ऑफ टोउलोउस में एक 18 हजार साल पुराना शंख रखा है. यह पहली बार 1931 में पाइरेनीस माउंटेंस की मार्सोउलास गुफा में मिला था. तब इसे इस म्यूजियम में रखा गया है लेकिन इसे बजाया नहीं गया था. हाल ही में साइंटिस्ट्स ने इसे बजाया. इसकी आवाज सुनी. अब इसकी आवाज के सहारे ये 18 हजार साल पुरानी सभ्यता के संगीत का अंदाजा लगा रहे हैं. (फोटोःगेटी) इस शंख का आकार मानव की खोपड़ी से भी बड़ा है. जब आर्कियोलॉजिस्ट ने इस शंख को ध्यान से देखा तो उन्हें लगा कि ये कोई आम समुद्री शंख नहीं है. इस शंख में एक खास तरह की कार्विंग है जो इसे बेहतरीन म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बनाता है. आर्कियोलॉजिस्ट ऐसा मानते हैं कि इस शंख का उपयोग इतने साल पहले खुशी या धार्मिक मौकों पर बजाकर किया जाता रहा होगा. (फोटोःगेटी) सोरबोन यूनिवर्सिटी में लेबोरेटरी ऑफ मॉलीक्यूलर एंड स्ट्रक्चरल आर्कियोलॉजी के डायरेक्टर फिलिप वॉल्टर ने कहा कि 90 साल पहले जब यह 1931 में मिला था. तब इसे लविंग कप के तौर पर देखा गया था. इस बारे में एक स्टडी साइंस एडवांसेस नामक जर्नल में प्रकाशित भी हुई थी. (फोटोःगेटी)सोशल मीडिया पर एक चायवाला मशहूर हो रहा है. ये चायवाला अमृतसर का है, जिसकी एक कप चाय की कीमत 100 रुपये है. आप हैरान होंगे कि भला कोई एक कप चाय की कीमत 100 रुपये कैसे ले सकता है. लेकिन इस चाय के इंग्रिडेंट्स में सिर्फ चाय पत्ती, दूध और चीनी नहीं हैं. वीडियो में चायवाला बादाम, गुलाब की पंखुड़ियां, इलायची और मक्खन डालकर चाय बनाते हुए दिखाया गया है.
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