पश्चिम बंगाल में चुनावों से पहले बार-बार क्यों होती है हिंसा?
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पश्चिम बंगाल में चुनावों से पहले हर बार बवाल क्यों होता है, 2024 में PDA फॉर्मूले से NDA को मात दे पाएंगे अखिलेश यादव और किस सेक्टर के लोग अपनी नौकरी के प्रति ज़्यादा वफ़ादार होते हैं? सुनिए 'आज का दिन' में.
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए अगले मीहने जुलाई की 8 तारीख को वोटिंग होगी. नतीजे 11 जुलाई को आएंगे. लगभग अभी भी आधा महीना बाकी है, हालात ऐसे हैं कि तब तक ये अंदाज़ा लगाना मुश्किल होगा कि बंगाल क्या कुछ देख चुका होगा. चुनाव के ऐलान के साथ ही राज्य में हिंसा की शुरुआत होने लगी थी, उम्मीदवारों की हत्याएं होने लगीं. इन घटनाओं को देखते हुए 15 जून को हाई कोर्ट ने ये आदेश दिया कि क़ानून व्यवस्था बनाने के लिए राज्य के हर ज़िले में 48 घंटे के भीतर केंद्रिय सुरक्षा बल को तैनात किया जाए. मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी गया, आज सुप्रीम कोर्ट में इस पर सुनवाई भी होनी है.
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उत्तरप्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं, जिसको लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक नारा दिया है, 80 हराओ, बीजेपी हटाओ. उस अस्सी में से फ़िलहाल 71 सीटें नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस यानी एनडीए के पास हैं. एनडीए की गठबंधन को हराने के लिए अखिलेश यादव पीडीए की बात कर रहे हैं. पीडीए को उन्होंने अपने तरीके से पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक कह कर परिभाषित किया है. 23 जून को बिहार के पटना में विपक्षी पार्टियों की बैठक होनी है, अखिलेश का नारा उसके पहले आया है और उनका दावा है कि पीडीए का समीकरण ही एनडीए को हरा सकता है. जानकार बताते हैं कि अखिलेश यादव को पता चल गया है कि सपा के पुराने एमवाई समिकरण के भरोसे वो 2024 की लड़ाई नहीं जीत सकते, उन्हें अन्य समुदाय के लोगों को भी पार्टी से जोड़ना होगा. फिर असल सवाल ये आता है कि आखिर सपा MY से PDA पर शिफ़्ट कैसे करेगी और उनका निशाना किसके वोट बैंक कि ओर है? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
---------------------------------------------------------------- तज़ुर्बेगार पेशेवर कहते हैं कि सही वक़्त पर नौकरी बदलते रहने से सैलरी तेज़ी से बढ़ती है. और आमतौर पर लोग इस नियम को फ़ॉलो भी करते हैं, लेकिन जॉब सर्चिंग वेबसाइट इंडीड की एक रिपोर्ट बताती है कि कुछ चुनिंदा सेक्टर और पोजिशन पर बैठे लोग अपनी नौकरी को लेकर बहुत वफ़ादार होते हैं, मतलब वो अपने सेक्टर के बाहर नौकरी तलाशते नहीं पाए जाते. बहुत जल्दी बदलाव नहीं तलाशते. इसमें सबसे ऊपर टेक सेक्टर का नाम आता है. वो अपने सेक्टर में होने वाली कमाई और नौकरी के साथ मिलने वाली सुविधाओं से खुश रहते हैं. वहीं कॉल सेंटर और एयरपोर्ट एक्ज़िक्यूटिवस सबसे ज़्यादा किसी और सेक्टर में नौकरी ढूंढते हैं. सैलरी और जॉब सिक्यॉरिटी एक ज़रूरी फैक्टर तो है लेकिन उसके अलावा वो कौनसी सुविधाएं हैं, जिनकी वजह से लोग अपने सेक्टर में बने रहते हैं या उससे बाहर निकलने के मौके तलाशते हैं? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज तक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि BJP बड़े अंतर से जीतेगी. शिवराज ने ये भी कहा कि लोग इस अंतर को देखकर आश्चर्यचकित होंगे. उन्होंने दावा किया कि BJP छिंदवाड़ा सीट भी जीतेगी. उन्होंने यह भी बताया कि दक्षिण के राज्यों में BJP को सफलता मिलेगी.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में एनडीए को 361-401 सीटें और इंडिया ब्लॉक को 131-166 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. अन्य को 8 से 20 सीटें मिल सकती हैं. राज्यों की बात करें तो इस बार आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. केरल में भी बीजेपी का खाता खुलने की उम्मीद है.
Exit Poll: ममता और बसपा का एकला चलो, BRS का सफाया... 5 सियासी फैक्टर जो मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बने
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.