पंजाब में जीत से गदगद आम आदमी पार्टी, अब हिमाचल प्रदेश में चुनाव लड़ने की तैयारी
AajTak
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सभी अन्य पार्टियों को पछाड़ते हुए जीत का परचम लहराया है. इस जीत से पार्टी का मनोबल बहुत बढ़ा है. यही कारण है कि अब वह इस साल के अंत में हिमाचल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की तैयारी में हैं.
पंजाब में अपना दूसरा विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद 117 में से 92 सीटें पाकर ऐतिहासिक विजय दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी अब पंजाब के पड़ोसी राज्य हिमाचल में विधानसभा चुनाव लड़ेगी. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने पंजाब की विजय को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ शिमला में रोड शो किया और ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी इस साल दिसंबर महीने में संभावित प्रदेश की सभी 68 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. हालांकि आम आदमी पार्टी पहले यह कह चुकी थी कि दूसरे कई राज्यों में वह विधानसभा चुनाव लड़ेगी लेकिन वह फैसला पंजाब चुनाव के नतीजों पर निर्भर था. अब जब पंजाब में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस, बीजेपी, अकाली दल सबका सफाया कर के एकछत्र राज्य का बीज किया है, ऐसे में उसके हौसले बुलंद हैं और अब वह पैर पसारने के लिए पहाड़ी और पड़ोसी राज्य हिमाचल के चुनावी मैदान में उतरेगी. हिमाचल के ही साथ आम आदमी पार्टी इसी साल दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाएगी. माना जा रहा है कि केजरीवाल खुद गुजरात विधानसभा चुनाव का जिम्मा संभालेंगे लेकिन अब पार्टी के वरिष्ठ नेता द्वारा हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव लड़ने का औपचारिक ऐलान कर दिया गया है. मनीष सिसोदिया के करीबी रहे पार्टी के नेता रत्नेश कुमार हिमाचल में पार्टी की कमान संभाल रहे हैं. जल्दी पार्टी के दूसरे बड़े नेता भी हिमाचल में सक्रियता बढ़ाएंगे और संगठन को मजबूती देंगे.
हिमाचल में फिलहाल बीजेपी की सरकार है और इस राज्य के गठन के बाद से ही यहां 5 साल बीजेपी तो 5 साल कांग्रेस की सरकार रही है. ऐसे में दो दलों के बीच सिमटे हिमाचल में आम आदमी पार्टी बतौर तीसरी पार्टी उभरने की तैयारी में है और उसे लगता है कि पंजाब का पड़ोसी राज्य होने के नाते यहां की जीत का प्रभाव भी उसे हिमाचल में दिखाई पड़ेगा.
शिमला में रोड शो के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने हिमाचल में स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति को बदहाल बताते हुए उसे प्रमुख मुद्दा बताया. जाहिर है अपनी दिल्ली मॉडल को लेकर के आम आदमी पार्टी आप हिमाचल प्रदेश के चुनावी क्षेत्र में किस्मत आजमाने की तैयारी में है.
केरल में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने लोकसभा चुनाव में बाजी मार ली. इस बीच मुस्लिम लीग की चर्चा हो रही है. कांग्रेस के साथ UDF अलायंस में शामिल इस पार्टी ने दो सीटें पाई हैं. नाम के चलते इसे देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मुस्लिम लीग और जिन्ना से जोड़ा जाता है, लेकिन क्या वाकई ऐसा है?
बैठक में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि बिना समय गंवाए जल्द से जल्द सरकार का निर्माण पूरा किया जाए. ईन डी ए की इस बैठक के साथ ही नीतीश और नायडू को लेकर चल रही अटकलें खत्म हो गई. नायडू ने अटकलों पर विराम लगा दिया लेकिन खबर है कि टी डी पी की तरफ से मांगों की फहरिस्त रखी गई है. इसमें शामिल है लोक सभा स्पीकर का पद. टी डी पी को मिले मंत्रिमंडल में टी डी पी से पांच से छह मंत्री होने की सूत्रों के मुताबिक टी डी पी ने सड़क, परिवहन, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, आवास और शहरी विकास, जल शक्ति और वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री की मांग रखी है.