पंचायत चुनाव: विकास दुबे के बिकरु गांव की बदली-बदली फिजा, प्रधानी पद के लिए 10 प्रत्याशी मैदान में
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पहले बिकरु में वही प्रधान होता था जिसको विकास दुबे चाहता था. सबसे पहले 1995 में विकास दुबे प्रधान हुआ उसके खिलाफ कोई खड़ा नहीं हो सका. इसके बाद 2000 में उसने अनुसूचित जाति की सीट होने पर उसने गायत्री को निर्विरोध प्रधान बनवाया.
कानपुर के कुख्यात अपराधी विकास दुबे के मरने के बाद अब पहली बार उसके गांव में उसकी मर्जी के खिलाफ प्रधान चुना जाएगा. इस बार 10 प्रत्याशी गांव में प्रधानी चुनाव लड़ रहे हैं. बिकरु पंचायत में 2 गांव आते हैं एक गांव बिकरु और दूसरा डिब्बा नेवादा. इस बार बिकरु का प्रधान बनने के लिए बिकरु से सात और नेवादा से तीन लोगों ने नामांकन कराया है. बिकरु गांव की सीट अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित है. पहले बिकरु में वही प्रधान होता था जिसको विकास दुबे चाहता था. सबसे पहले 1995 में विकास दुबे प्रधान हुआ उसके खिलाफ कोई खड़ा नहीं हो सका. इसके बाद 2000 में उसने अनुसूचित जाति की सीट होने पर उसने गायत्री को निर्विरोध प्रधान बनवाया. 2005 में सीट सामान्य हुई तो फिर अपने भाई दीपू की पत्नी अंजली को निर्विरोध प्रधान बनाया.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.