न सबूत, न गवाह, डॉक्टर ने अमेरिका में दायर कर दिया PM मोदी और अडानी पर केस
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पीएम मोदी, रेड्डी और अडानी के खिलाफ ये मामला रिचमंड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट लोकेश वुय्युरु ने दर्ज कराया है. खास बात ये है कि बिना किसी दस्तावेजी सबूत के आंध्र प्रदेश से आने वाले भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने यह केस किया है. वहीं, न्यूयॉर्क के अटॉर्नी रवि बत्रा ने इसे 'व्यर्थ का केस' बताया.
एक भारतीय मूल के डॉक्टर ने अमेरिका में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी और उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ केस दर्ज कराया है. ये केस भ्रष्टाचार और पेगासस जासूसी समेत कई मुद्दों को लेकर दर्ज कराया गया है. कोलंबिया की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने तीनों नेताओं समेत कई अन्य लोगों को भी इस मामले में समन जारी किया है.
बिना सबूत के दर्ज कराया केस
पीएम मोदी, रेड्डी और अडानी के खिलाफ ये मामला रिचमंड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट लोकेश वुय्युरु ने दर्ज कराया है. खास बात ये है कि बिना किसी दस्तावेजी सबूत के आंध्र प्रदेश से आने वाले भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने यह केस किया है. वहीं, न्यूयॉर्क के अटॉर्नी रवि बत्रा ने इसे 'व्यर्थ का केस' बताया. इस केस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के चेयरमैन प्रोफेसर क्लॉस एम श्वाब का भी नाम है.
शिकायत में लगाए गए ये आरोप
डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी, रेड्डी और अडानी अन्य लोगों के साथ, अमेरिका में बड़े पैमाने पर नकद ट्रांसफर कर रहे हैं और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल समेत भ्रष्टाचार में शामिल हैं. यह केस 24 मई को दर्ज कराया गया था. इस मामले में कोर्ट द्वारा 22 जुलाई को समन जारी किया गया था. भारत में यह समन 4 अगस्त को भेजा गया. वहीं, क्लॉस एम श्वाब के पास यह 2 अगस्त को पहुंचा. समाचार एजेंसी के मुताबिक, रवि बत्रा ने इस बारे में कहा कि लोकेश वुय्युरु के पास फिजूल का समय है. वे 53 पेज की शिकायत के माध्यम से हमारी संघीय अदालतों का अनुचित इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने विदेशी संप्रभु प्रतिरक्षा अधिनियम के खिलाफ अमेरिकी सहयोगी भारत को बदनाम और अपमानित करने के लिए ये केस किया है. उन्होंने कहा, यह व्यर्थ का केस है, इसलिए इस पर कोई भी वकील उनका पक्ष लेने के लिए तैयार नहीं हुआ.
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