
न्यूक्लियर ब्लैकमेल पर मोदी का बार-बार जोर, युद्ध की नई चुनौती को लेकर भारत की क्या है तैयारी?
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सीजफायर के पीछे जो भी कारण माने जा रहे हैं, न्यूक्लियर ब्लैकमेल भी एक है - राष्ट्र के नाम संदेश के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को साफ तौर पर बता दिया है कि ऐसी चीजों की परवाह की अब कतई जरूरत नहीं हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीजफायर पर जारी बहस के बीच राष्ट्र के नाम संदेश देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक सुबह पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे, और जवानों से मुलाकात की और उनकी तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए बेहद जोशीला भाषण भी दिया.
लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे ज्यादा जोर न्यूक्लियर ब्लैकमेल की कोशिश पर दिखा.
1. प्रधानमंत्री ने आदमपुर एयरबेस से पूरी आर्मी को साफ साफ बोल दिया है कि न्यूक्लियर धमकी से बेपरहवाह रहकर तैयारी करनी है.
2. और, तैयारियों में ये भी ध्यान रखा जाना है कि ड्रोन के जमाने की लड़ाई के लिए तीनों सेनाओं में आपसी समन्वय बेहतरीन बना रहे.
3. प्रधानमंत्री ने अपने तरीके से ये भी समझाया है कि कैसे पाकिस्तान के मुकाबले में भारतीय सेनाओं के प्रदर्शन ने अगली चुनौती से निपटने के लिए आत्म विश्वास बढ़ाया है.
4. और अब तो सरकार के मंसूबे बता रहे हैं कि अगला सीजफायर इतनी आसानी से नहीं होने वाला है, अगर ऑपरेशन सिंदूर फिर से चालू हो गया तो.

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