नोएडा का गैंगस्टर रवि काना गर्लफ्रेंड के साथ थाईलैंड से गिरफ्तार, लंबे समय से फरार था स्क्रैप माफिया
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नोएडा पुलिस ने रवि काना और काजल झा के खिलाफ लुक आउट और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ था. पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों थाईलैंड भाग गए हैं. इसके बाद से ही नोएडा पुलिस लगातार थाईलैंड पुलिस के संपर्क में थी. गैंगस्टर रवि काना पर गैंगरेप और गैंगस्टर की धाराओं में केस दर्ज है.
ग्रेटर नोएडा का सबसे बड़ा स्क्रैप माफिया और सरिया तस्कर रवि काना आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे. जानकारी के मुताबिक गैंगस्टर रवि काना और उसकी प्रेमिका काजल झा को थाईलैंड से गिरफ्तार किया गया है. अब नोएडा पुलिस दोनों को भारत लाने की तैयारी में जुटी है. दरअसल, नोएडा पुलिस ने रवि काना और काजल झा के खिलाफ लुक आउट और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ था. पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों थाईलैंड भाग गए हैं. इसके बाद से ही नोएडा पुलिस लगातार थाईलैंड पुलिस के संपर्क में थी. गैंगस्टर रवि काना पर गैंगरेप और गैंगस्टर की धाराओं में केस दर्ज है.
नोएडा में 1 जनवरी 2024 से पुलिस रवि काना की तलाश कर रही थी. रवि काना के खिलाफ एक युवती ने रेप करने का केस दर्ज कराया था. पुलिस ने कई ठिकानों पर दबिश दी लेकिन गैंगस्टर हत्थे नहीं चढ़ा. इसके बाद पुलिस ने उसकी प्रेमिका काजल झा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. साथ ही उसकी पत्नी समेत 14 अन्य के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में केस दर्ज किया गया था. गैंगस्टर की पत्नी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने कोर्ट में रवि काना और उसके गैंग के खिलाफ 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी. इसमें पुलिस ने रवि काना को काले कारोबार का सरगना बताया है. इसके अलावा काजल झा को इसमें बराबर का हिस्सेदार बताया गया है.
11वें केस से शुरू हुए गैंगस्टर के उल्टे दिन
बता दें कि गैंगस्टर रवि काना पर जब तक 10 केस दर्ज थे, तब तक स्क्रैप और सरिया चोरी का गोरखधंधा फलफूल रहा था, लेकिन जैसे ही उस पर एक युवती ने 11वां केस दर्ज कराया, माफिया के उल्टे दिन शुरू हो गए. दरअसल, बीते साल 30 दिसंबर को थाना सेक्टर 39 में एक युवती ने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था. पीड़िता के मुताबिक रवि काना समेत 5 लोगों ने उसके साथ लगभग 6 महीने पहले गैंगरेप रेप की घटना को अंजाम दिया फिर वीडियो बनाकर उसे धमकाते रहे. पीड़िता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि कुछ महीने पहले वो नौकरी की तलाश कर रही थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात रवि काना के साथी राजकुमार और मेहमी से हुई. दोनों ने कहा कि उसे नौकरी रवि सर दे सकते हैं, जिसके बाद दोनों पीड़िता को गार्डन गलेरिया मॉल के पार्किंग में ले गए और रवि काना एवं उसके साथी आजाद और विकास से मुलाकात करवाई. इसी दौरान बंदूक दिखाकर उसके साथ गैंगरेप किया और वीडियो भी बनाया.
कौन है रवि काना?
रवि काना ग्रेटर नोएडा के दादुपुर निवासी हरेंद्र प्रधान उर्फ हरेंद्र नागर का छोटा भाई है. 2015 में वेस्ट यूपी के गैंगस्टर सुंदर भाटी ने हरेंद्र नागर की हत्या करा दी थी. इस हत्याकांड ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिया था. हत्यकांड के बाद रवि काना ने अपनी जान को खतरा बताते हुए यूपी पुलिस से सुरक्षा मांगी थी. इसके बाद उसे और हरेंद्र नागर की पत्नी व दूसरे भाई राजकुमार को यूपी पुलिस की सुरक्षा मिल गई. इसी सुरक्षा का फायदा उठाकर रवि काना स्क्रैप और सरिया तस्करी का बादशाह बन गया. हालांकि, गैंगरेप का मुकदमा दर्ज होने से करीब 6 महीने पहले ही रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई थी.
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