
निक्की मर्डर केस में बड़ा खुलासा, 25 साल पहले भी जेल जा चुका आरोपी साहिल गहलोत का पिता
AajTak
पुलिस ने दिल्ली के पास मित्रांव गांव में एक ढाबे के फ्रिज से निक्की यादव के शव को बरामद किया था. इस मामले में निक्की के पति साहिल को गिरफ्तार किया गया. निक्की और साहिल एक दूसरे को 2018 से जानते थे. दोनों ने घरवालों से छिपाकर 2020 में आर्य समाज के मंदिर में शादी कर ली थी.
निक्की मर्डर केस में आरोपी साहिल गहलोत के पिता वीरेंद्र गहलोत को भी गिरफ्तार किया है. वीरेंद्र गहलोत 25 साल पहले भी मर्डर के केस में जेल जा चुके हैं. 1997 में वीरेंद्र पर एक शख्स की हत्या का आरोप लगा था. इसके बाद वीरेंद्र को गिरफ्तार किया गया था.
वीरेंद्र गहलोत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 1997 में गांव में आपसी विवाद में लाठी डंडों से पीटकर एक शख्स की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में वीरेंद्र को आरोपी बनाया गया था. इस दौरान वीरेंद्र जेल भी गए थे. निचली अदालत में इस मामले में वीरेंद्र को दोषी करार दिया था. लेकिन इस फैसले के खिलाफ वीरेंद्र ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी. हाईकोर्ट ने वीरेंद्र को बरी कर दिया था.
क्या है निक्की मर्डर केस?
पुलिस ने दिल्ली के पास मित्रांव गांव में एक ढाबे के फ्रिज से निक्की यादव के शव को बरामद किया था. इस मामले में निक्की के पति साहिल को गिरफ्तार किया गया. निक्की और साहिल एक दूसरे को 2018 से जानते थे. दोनों ने घरवालों से छिपाकर 2020 में आर्य समाज के मंदिर में शादी कर ली थी. साहिल के घरवाले उसपर निक्की को छोड़कर अरेंज मैरिज का दबाव डाल रहे थे. ऐसे में साहिल तैयार हो गया. उसने 9 फरवरी को दूसरी लड़की से सगाई कर ली. जब यह बात निक्की को पता चली, तो उसने इस बात को लेकर साहिल से झगड़ा किया.
साहिल समेत 6 लोग गिरफ्तार साहिल ने कार में निक्की को ले जाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव को ढाबे में छिपा दिया. शुरुआत में साहिल ने पूछताछ में कहा था कि उसने यह सब अकेले किया. लेकिन अब इस मामले में पुलिस ने साहिल के पिता वीरेंद्र सिंह, दो कजिन आशीष और नवीन के अलावा दो दोस्त अमर, लोकेश को भी अरेस्ट किया है. नवीन उसकी मौसी का लड़का है, जो कि दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल है. हत्या से पहले इन सभी की मीटिंग हुई थी. इसमें साहिल के परिजनों ने जल्द से जल्द मामला निपटाने के लिए कहा था. पुलिस का कहना है कि ये सभी मामले में शामिल थे.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







