नए केस की रफ्तार धीमी लेकिन डेथ रेट 1 फीसदी से ऊपर...कोरोना का ये नया ट्रेंड बढ़ा रहा टेंशन
AajTak
India Covid 19 cases updates: भारत में पिछले सप्ताह कोरोना के कारण 27 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई और इस दौरान 27.4 लाख से अधिक नए मामले सामने आए, जो कि अभी तक के साप्ताहिक कोरोना मामलों में सबसे अधिक है.
देश में पिछले एक हफ्ते में कोरोना का पीक देखा गया लेकिन उसके बाद रोजाना मिलने वाले नए मामलों में कमी देखी गई है, लेकिन कोरोना मृत्यु दर के 1 फीसदी से ज्यादा होने से टेंशन बढ़ गई है. कई एक्सपर्ट भी इसे चिंताजनक बता रहे हैं. भारत में पिछले सप्ताह (3 मई से 9 मई तक) कोरोना के कारण 27 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई और इस दौरान 27.4 लाख से अधिक नए मामले सामने आए, जो कि अभी तक के साप्ताहिक कोरोना मामलों में सबसे अधिक है. देश में इससे पहले एक सप्ताह में कोरोना के इतने मरीज और उससे होने वाली मौतों की संख्या कभी नहीं देखी गई. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक इस अवधि में कोरोना मामलों में वृद्धि, 5% पर रही जो कि दूसरी लहर के दौरान सबसे कम है. पिछले तीन दिनों में कोरोना की इस दूसरी लहर में पहली बार मृत्यु दर 1 फीसदी के पार दर्ज हुई. वहीं रोजाना होने वाली मौतों में भी लगभग 15% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यह पहली बार है जब एक सप्ताह में मौत का आंकड़ा 25,000 के पार चला गया. इससे पिछले सप्ताह में कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा 23,781 था.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.