
धर्मेंद्र के निधन के बाद टूटा देओल परिवार, डायरेक्टर अनिल शर्मा का खुलासा, बोले- आंखों में आंसू...
AajTak
डायरेक्टर अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र के जाने के बाद, देओल परिवार के हाल पर बात की. साथ ही उन्होंने बताया कि एक्टर की प्रार्थना सभा में वो लोग उनकी जिंदगी को सेलिब्रेट करने वाले हैं, जो राज्य सम्मान से भी बड़ी चीज है.
बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र के जाने से पूरा देश शोक में डूबा रहा. एक्टर की लेगेसी इतनी शानदार थी कि हर कोई उन्हें दो दिनों तक याद करता रहा. 24 नवंबर के दिन उनका अंतिम संस्कार किया गया. लेकिन फैंस निराश हुए क्योंकि उन्हें अपने फेवरेट सितारे के अंतिम दर्शन करने का मौका नहीं मिला. अब देओल परिवार के करीबी रहे डायरेक्टर अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र को लेकर कुछ बातें की हैं.
धर्मेंद्र के निधन पर क्या बोले अनिल शर्मा?
अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र, बॉबी देओल और सनी देओल के साथ मिलकर फिल्म 'अपने' बनाई थी, जिसने सभी को रुलाया. डायरेक्टर का सनी देओल के साथ हमेशा एक खास रिश्ता रहा. ऐसे में जब धर्मेंद्र का निधन हुआ, तो वो भी एक्टर के जाने से दुखी थे. स्क्रीन संग बातचीत में अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार को प्राइवेट रखने और देओल परिवार की स्थिति पर बात की है.
अनिल शर्मा ने कहा कि धर्मेंद्र के जाने से देओल परिवार अभी एक मुश्किल वक्त से गुजर रहा है.उन्होंने कहा, 'इसमें कहने को कुछ नहीं है, सभी को मालूम ही है. पूरी दुनिया की आंखों में आंसू हैं और मेरी और देओल परिवार की भी. वो भी बहुत टूट चुके हैं.' धर्मेंद्र की प्रार्थना सभा की बात पर अनिल शर्मा बोले, 'ये कोई प्रार्थना सभा नहीं है, बल्कि हम धरम जी का सम्मान कर रहे हैं. पूरी दुनिया उन्हें सेलिब्रेट कर रही है. जो धरम जी ने कमाया है, उसके लिए उनका सम्मान बनता है. ये किसी भी राज्य सम्मान से बड़ा है.'
क्यों प्राइवेट रखा गया धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार?
डायरेक्टर ने आगे धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार प्राइवेट करने की बात पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, 'पूरा भारत उनको सम्मान दे रहा है, स्टेट की क्या जरूरत है? सिर्फ हमारे देश नहीं, पूरी दुनिया, उनके लिए ऑस्ट्रेलिया, जापान, कनाडा, हर जगह से कॉल आ रहे हैं. लोग धरम जी को हर जगह सम्मान दे रहे हैं. उनके लिए राज्य सम्मान तो बहुत छोटी चीज है, उन्हें दुनिया सम्मानित कर रही है. उनको कोई तमाशा करने की जरूरत नहीं थी, क्या तमाशा? मैं समझ सकता हूं कि फैंस बहुत दुखी हैं, लेकिन वो उन्हें अपने तरीके से सम्मान दे सकते हैं.'

राम गोपाल वर्मा ने उर्मिला मतोंडकर से जुड़े पुराने आरोपों और कयासों का जवाब दिया. उर्मिला संग डायरेक्टर ने 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती सालों में काफी काम किया था. राम के साथ उर्मिला की फिल्मों जैसे 'रंगीला', 'दौड़', 'सत्या' और 'प्यार तूने क्या किया' ने उन्हें उस दौर के सबसे आइकॉनिक चेहरों में से एक बनाया था.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.











