देश की जेलों पर मंडरा रहा है कोरोना का खतरा, नहीं हुआ उपाय तो लग सकता है लाशों का अंबार
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कोरोना महामारी के बीच सब अपना-अपना देख रहे हैं. जेल में बंद कैदियों पर किसी का ध्यान जा ही नहीं रहा है. जबकि इनमें कोरोना फैलने का ख़तरा सब से ज़्यादा है. देश की हर जेल में कोरोना फैलने की खबरें लगातार आ रही हैं. इसे रोका नहीं गया तो जेलों में कोरोना तबाही मचा सकता है.
देश की जेलों में कोरोना को लेकर ज़बरदस्त ख़ौफ फैला हुआ है. होना भी चाहिए क्योंकि कोरोना के इस वायरस का इलाज या उससे बचने के उपाय नहीं किए गए तो जेलों में आपस में सटकर रहने वाले क़ैदियों की लाशों का अंबार लगा सकता है. हमारे देश के इस मौजूदा हालात में अस्पतालों में मरीज़ों का तांता लगा हुआ है. ऑक्सीज़न की कमीं से लोग सड़कों पर मर रहे हैं. कोरोना का टेस्ट कराने वालों की लाइनें लगी हैं. आधे से ज़्यादा देश के लोग घरों में क़ैद हैं. ऐसे में जेलों में बंद कैदियों की सुध लेने वाला कौन है. 'दो गज़ की दूरी, मास्क है ज़रूरी' जेलों में कैसे मुमकिन है? कोरोना महामारी के बीच सब अपना-अपना देख रहे हैं. जेल में बंद कैदियों पर किसी का ज़हन जा ही नहीं रहा है. जबकि इनमें कोरोना फैलने का ख़तरा सब से ज़्यादा है. देश की हर जेल में कोरोना फैलने की खबरें लगातार आ रही हैं. इसे रोका नहीं गया तो जेलों में कोरोना तबाही मचा सकता है. इलाज की कमी से लाशों का अंबार लगा सकता है. वे क़ैदी हैं, मगर इसका ये मतलब नहीं कि इनके ह्यूमन राइट्स नहीं. मानवाधिकार नहीं है. उन्हे भी कोरोना से उतना ही खतरा है. जितना हमें और आपको है. उनको भी जान प्यारी है और उसे बचाना ज़रूरी है. जैसे बाकी लोगों की.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.