दिल्ली में फेक वीजा रैकेट का भंडाफोड़, डेढ़ साल में 99 एजेंट्स हुए गिरफ्तार
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आर्मेनिया से वापस भारत भेजे गए 4 लोगों की गिरफ्तारी के बाद एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी वीजा रैकेट के एक गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन एजेंट को गिरफ्तार किया है.
आर्मेनिया से वापस भारत भेजे गए 4 लोगों की गिरफ्तारी के बाद एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी वीजा रैकेट के एक गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन एजेंट को गिरफ्तार किया है. जो वर्क वीजा पर लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लिया करते थे. पुलिस ने 2020 और 2021 के बीच उन्होंने एक स्पेशल ड्राई चलाया था जिस ड्राइव के जरिए पुलिस ने अब तक 99 एजेंट्स और गैंग्स के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है जो जाली वीजा लगाकर लोगों को ठगा करते थे.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.