
दिल्ली की हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल, इस सीजन में पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा AQI
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नई दिल्ली में वायु की गुणवत्ता इस मौसम में पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई, तथा वाहनों से निकलने वाले धुएं और पराली जलाने से प्रदूषण में तेज वृद्धि के कारण AQI 429 तक पहुंच गया, जिससे शहर धुंध की चादर में लिपट गया.
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में वायु प्रदूषण में तेजी से वृद्धि हुई है. अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता बुधवार को इस मौसम में पहली बार 'गंभीर' हो गई, तथा वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 429 तक पहुंच गया. राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर में पिछले 24 घंटों में भारी वृद्धि देखी गई और मंगलवार को AQI 334 रहा. दिल्ली में आज शाम 5 बजे AQI 429 पर पहुंच गया था, जो वाकई चिंताजनक है. दिल्ली के 36 में से 32 स्टेशन गंभीर श्रेणी में हैं. अगर AQI 450+ जाता है तो दिल्ली को "गंभीर" या "बहुत गंभीर" श्रेणी में ले जाएगा. दिल्ली में वायु गुणवत्ता इस मौसम में पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंची केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 30 ने वायु गुणवत्ता को 'गंभीर' श्रेणी में बताया. बीते मंगलवार शाम तक लगातार 14 दिनों तक शहर की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' रही, जिसमें वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण रहा, जो 15.4 प्रतिशत था। आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से स्थिति और खराब हो गई, जिससे शहर में धुंध की मोटी परत छा गई.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत वायु गुणवत्ता चेतावनी प्रणाली के अनुसार, धीमी हवा की गति और तापमान में गिरावट के कारण, प्रदूषकों के प्रभावी फैलाव के लिए मौसम संबंधी स्थितियां अत्यंत प्रतिकूल रहने की संभावना है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब', 401 से 450 के बीच को 'गंभीर' और 450 से ऊपर को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.दिल्ली के अधिकतम तापमान में दर्ज हुई गिरावट दिन भर दृश्यता कम रहने और सुबह में बहुत घना कोहरा छाए रहने के कारण दिल्ली (सरदारजंग) में अधिकतम तापमान कल के 32.8 डिग्री सेल्सियस से गिरकर आज 27.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है. पिछले दिन से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है.

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