दिल्लीः क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर डिलीवरी एजेंट से लूटा 50 लाख का सोना
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फर्जी क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर आए बदमाशों ने जो सोना लूटा है, उसकी कीमत 50 लाख रुपये है. पीड़ित डिलीवरी एजेंट का नाम शुभेंदु है. जिसके मुताबिक लूटा गया सोना करोल बाग के रैगारपुरा में सोने का कारोबार करने वाले उत्पल मंडल का था.
राजधानी दिल्ली में अपराधी बेलगाम, बेखौफ वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी है. इसकी ताजा मिसाल दिल्ली के बाड़ा हिन्दू राव इलाके में देखने को मिली, जहां बाइक सवार बदमाशों ने एक डिलीवरी एजेंट से एक किलो सोना लूट लिया. बदमाशों ने पहले खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर एजेंट को रोका और जांच के नाम पर उसका बैग लूटकर फरार हो गए. फर्जी क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर आए बदमाशों ने जो सोना लूटा है, उसकी कीमत 50 लाख रुपये है. पीड़ित डिलीवरी एजेंट का नाम शुभेंदु है. जिसके मुताबिक लूटा गया सोना करोल बाग के रैगारपुरा में सोने का कारोबार करने वाले उत्पल मंडल का था. एजेंट शुभेंदु ऑटो में वो सोना लेकर करोल बाग से चांदनी चौक की तरफ जा रहा था.स्वाति मालीवाल ने कहा, 'विभव ने मुझे 7-8 थप्पड़ पूरी जोर से मारे. जब मैंने उन्हें पुश करने की कोशिश की तो उन्होंने मेरा पैर पकड़ लिया और मुझे नीचे घसीट दिया, उसमें मेरा सिर सेंटर टेबल से टकराया. मैं नीचे गिरी और फिर उन्होंने मुझे लातों से मारना शुरू किया. मैं बहुत जोर-जोर से चीख-चीखकर हेल्प मांग रही थी लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया.'
राहुल गांधी लगातार जिस तरह कांग्रेस पार्टी और अपने पूर्वजों को घेर रहे हैं उससे क्या कांग्रेस का नुकसान नहीं हो रहा है? पर इसे इतने साधारण रूप में भी नहीं लिया जा सकता है. हो सकता है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना बेहतर कम्युनिकेटर न हों, बेहतर संगठनकर्ता न हों पर ऐसा भी नहीं हैं कि उन्हें रणनीतिकार के तौर पर भी खारिज कर दिया जाए.