
दहेज उत्पीड़न के मामले में 29 साल बाद पुलिस को मिली कामयाबी, 65 वर्षीय आरोपी महिला गिरफ्तार
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पुलिस अधीक्षक (शहर) सत्य नारायण प्रजापत ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि 65 वर्षीय आरोपी महिला वरीसा को रविवार को पड़ोसी जनपद बागपत के बड़ौत कस्बे में उसके घर से हिरासत में लिया गया, जहां वह छिपकर रह रही थी.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से दहेज उत्पीड़न का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. क्योंकि यह मामला 29 साल पुराना है. जिसमें अब जाकर फरार महिला आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. जिसकी उम्र अब 65 साल है. सोमवार को पुलिस ने आरोपी महिला की गिरफ्तारी का खुलासा किया है.
जिले के पुलिस अधीक्षक (शहर) सत्य नारायण प्रजापत ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि 65 वर्षीय आरोपी महिला वरीसा को रविवार को पड़ोसी जनपद बागपत के बड़ौत कस्बे में उसके घर से हिरासत में लिया गया, जहां वह छिपकर रह रही थी.
एसपी (सिटी) सत्य नारायण प्रजापत ने पीटीआई को बताया कि रहीसू की पत्नी वरीसा 1995 में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 498ए (दहेज उत्पीड़न), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) सहित कई धाराओं के तहत दर्ज एक मामले में वांछित थी.
उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ दहेज निषेध अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत भी मामला दर्ज किया गया था. यह आरोप उसके पति, उसके भाई और अन्य ससुराल वालों पर खतौली कस्बे में उसकी बहू को दहेज के लिए प्रताड़ित करने के मामले में लगे हैं.
पुलिस अधीक्षक सत्य नारायण प्रजापत ने बताया कि वरिसा के छिपने के बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कोई भी सूचना देने पर 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने उसे बड़ौत में मौजूद उसके घर से हिरासत में लिया गया.

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