
ड्रोन गिराए जाने को लेकर भिड़ीं दो महाशक्तियां! अब रूस ने दिया बड़ा बयान
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अमेरिकी ड्रोन को गिराए जाने के बाद रूस ने कहा है कि अमेरिका के साथ उसके संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. रूस ने कहा है कि संबंध बेहद निराशाजनक स्थिति में हैं. मंगलवार को रूस के लड़ाकू विमान ने अमेरिकी जासूसी ड्रोन को काला सागर में गिरा दिया था.
काला सागर में रूसी लड़ाकू विमान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को गिराए जाने के बाद दोनों देशों के बीच का संबंध बेहद खराब हो गया है. रूस ने बुधवार को कहा है कि इस घटना के बाद से अमेरिका के साथ उसके रिश्ते अब तक के निचले स्तर पर चले गए हैं. रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अमेरिका रूस के संबंध 'बेहद निराशाजनक' स्थिति में हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेस्कोव ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटना को लेकर अमेरिका के साथ कोई उच्च स्तरीय संपर्क नहीं हुआ है. हालांकि, उन्होंने ये जरूर कहा कि रूस कभी भी रचनात्मक बातचीत में शामिल होने से इनकार नहीं करेगा.
अमेरिकी सेना ने मंगलवार को कहा कि रूसी लड़ाकू विमान सुखोई-27 ने अतंरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में उड़ रहे उसके जासूसी ड्रोन MQ-9 के प्रोपेलर को काट दिया, जिससे वह काला सागर में क्रैश हो गया. हालांकि, रूस ने कहा है कि तेज युद्धाभ्यास के दौरान अमेरिकी ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार टकराए अमेरिका-रूस
रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से दोनों देशों के बीच सीधे टकराव का यह पहला मामला है. इस सीधे टकराव से दोनों देशों के बीच के रिश्ते बेहद तल्ख हो गए हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के मुताबिक, ये पूरी घटना 30-40 मिनट तक चली.
अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जनरल जेम्स बी. हेकर ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, 'हमारा MQ-9 ड्रोन अंतरराष्ट्रीय एयर स्पेस में नियमित उड़ान भर रहा था. रूसी विमान ने इंटरसेप्ट कर उसे हिट कर दिया. इस टकराव में हमारे ड्रोन को नुकसान हुआ और वो पानी में डूब गया'

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