जीव-जंतु की गणना हो सकती है, बैकवर्ड क्लास की क्यों नहीं? जातिगत जनगणना पर मुखर हुए लालू
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आरजेडी सुप्रीमो ने शुक्रवार को अपने एक नए ट्वीट के जरिए जातिगत जनगणना के मुद्दे को एक बार फिर से उठाया और सवाल पूछा कि जब पशु-पक्षी तथा जीव-जंतु की गणना हो सकती है तो आखिर विभिन्न पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों के लोगों की गणना क्यों नहीं?
जातिगत जनगणना के मुद्दे पर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर नरेंद्र मोदी सरकार क्यों जातिगत जनगणना कराने के पक्ष में नहीं है? जनगणना में विभिन्न पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं की गणना हो सकती है पर विभिन्न पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों के मनुष्यों की नहीं। अगर जनगणना का उद्देश्य जन का उत्थान है तो हज़ारों जातियों की गिनती कर उन जातियों के जनों के जीवन में गुणात्मक उत्थान की बात करना कहाँ से गलत है?More Related News
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और अपनी पार्टी के इकलौते सांसद जीतन राम मांझी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. 44 सालों के पॉलिटिकल करियर में मांझी राज्य सरकार में कई बार मंत्री बन चुके हैं लेकिन पहली बार वो मोदी सरकार में मिनिस्टर बने हैं. मांझी ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर इस बार गया (रिजर्व सीट) से चुनाव लड़ा था और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता था.