
'जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं, उनकी घर वापसी के लिए चलाएंगे अभियान', विश्व हिंदू परिषद का ऐलान
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विश्व हिंदू परिषद ने मुस्लिम और इसाई धर्म के ऐसे लोगों की घर वापसी के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है, जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं. उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में हुई विश्व हिंदू परिषद की दो दिवसीय योजना बैठक में इसे लेकर निर्णय लिया गया. संगठन की ओर से ये अभियान 6 से 20 नवंबर तक चलाया जाएगा.
विश्व हिंदू परिषद ने हिंदू से दूसरे धर्म में गए लोगों की घर वापसी के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है. विश्व हिंदू परिषद की ओर से संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित दो दिवसीय योजना बैठक में इस अभियान को लेकर मंथन किया गया. योजना बैठक में इसे लेकर मुहर लगने के बाद ही विश्व हिंदू परिषद की ओर से ये ऐलान किया गया है.
विश्व हिंदू परिषद की ओर से कहा गया है कि दूसरे धर्म के ऐसे लोग, जो मुख्य धारा से भटक गए हैं, उनकी घर वापसी के लिए अभियान चलाया जाएगा. ऐसे लोग जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं, चाहे वे मुस्लिम धर्म के हों या इसाई, इनसे गली-मोहल्लों में जाकर संपर्क किया जाएगा और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता घर वापसी का निवेदन करेंगे.
विश्व हिंदू परिषद की ओर से ये अभियान 6 नवंबर से 20 नवंबर तक चलाया जाएगा. काशी प्रांत के सभी 19 जिलों में हित चिंतन अभियान चलाकर पांच लाख लोगों को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य भी विश्व हिंदू परिषद ने निर्धारित किया है. विश्व हिंदू परिषद की योजना बैठक में धर्मांतरण के साथ ही लव जिहाद रोकने को लेकर भी चर्चा हुई.
चंपत राय ने योजना बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व हिंदू परिषद हिंदुओ को जोड़ने का लगातार प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. लव जिहाद की घटनाएं बढ़ी हैं और धर्मांतरण के लिए प्रलोभन दिए जा रहे हैं. चंपत राय ने कहा कि इसे रोकने के लिए हमें एकजुट होकर आगे आना होगा.
गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद की ये दो दिन की योजना बैठक प्रयागराज के सहसों इलाके में हुई. इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद के आगामी कार्यक्रमों की भी रूपरेखा तय की गई. संगठन के 60 साल पूरे होने वाले हैं और इसे लेकर विश्व हिंदू परिषद की तरफ से कई कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं. 12 से 16 अगस्त तक संगठन के स्थापना दिवस के कार्यक्रम होंगे. 17 से 24 अगस्त तक काशी प्रांत के बस्ती खंड में कई आयोजन होंगे.

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