जमीन के टुकड़े को लेकर बड़ा भाई बना छोटे भाई के खून का प्यासा, किया मर्डर
AajTak
राजस्थान में धौलपुर जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां बड़े भाई को जमीन का थोड़ा सा टुकड़ा इतना प्यारा हो गया कि उसने अपने छोटे भाई को लाठी डंडों से पीट-पीट कर मार डाला.
राजस्थान के धौलपुर जिले के राजाखेड़ा से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां बड़े भाई को जमीन का थोड़ा सा टुकड़ा इतना प्यारा हो गया कि उसने अपने छोटे भाई को लाठी डंडों से पीट-पीट कर मार डाला. आरोपी भाई दिमान सिंह, अपने परिजनों के साथ मिलकर छोटे भाई पप्पू के घर गया. वहां जाकर पप्पू पर लाठी डंडे बरसाये और महिलाओं के साथ बदसलूकी की और वहां से फरार हो गया. राजाखेड़ा उपखण्ड के वार्ड 7 में स्थित मुन्ना कॉलोनी में बुधवार रात जमीन विवाद को लेकर दो भाइयों में मामूली कहा सुनी हो गयी जिसके बाद दिमान सिंह ने पप्पू को मार दिया. मृतक पप्पू के पुत्र मनोज ने बताया कि उसके पिता के भाई दिमान की उनकी जमीन पर काफी समय से बुरी नज़र थी जिसको लेकर पीड़ित ने राजाखेड़ा थाने पर पूर्व में शिकायत भी दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की.नीट यूजी 2024 की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद जारी है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान परिणामों के आधार पर होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. याचिकाकर्ता ने दलील दी कि पूरे मामले में पारदर्शिता नहीं बरती गई. इस पर कोर्ट ने कहा कि हम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से नोटिस जारी कर जवाब मांगते हैं और मामले की अगली सुनवाई जवाब आने के बाद 8 जुलाई को करेंगे.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.