जब जोगीरा सारा रा के डायरेक्टर कुशान नंदी को मिली थी धमकी, 48 कट्स रखो, वर्ना पूरी फिल्म बैन कर दूंगा
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फिल्म जोगीरा सारा रा के डायरेक्टर कुशान नंदी और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जुगलबंदी कमाल की रही है. कुशान इस मुलाकात में हमसे नवाज संग अपनी ट्यूनिंग और फिल्म की चर्चा करते हैं.
डायरेक्टर कुशान नंदी की फिल्म जोगीरा सारा रा इस वीकेंड सिनेमा थिएटर पर आने वाली है. बता दें, फिल्म को रिलीज के दो हफ्ते पहले रिलीज होनी थी लेकिन द केरला स्टोरी के चले तूफान और एक साथ रिलीज हो रही कई फिल्मों की वजह से कुशान ने यह डिसीजन लिया था.
आजतक डॉट इन से बातचीत के दौरान कुशान बताते हैं, जब फिल्में पोस्टपोन होकर आगे के डेट्स में बढ़ जाती है, तो फाइनैंसियल भी इसका नुकसान तो झेलना पड़ता है. एक्स्ट्रा बढ़े हुए हफ्तों की मार्केटिंग पर पैसे खर्च होते हैं. बजट पर इसका फर्क पड़ता ही है.
केरल स्टोरी ने लेट कराई रिलीज?
जब हमने जानना चाहा कि क्या वाकई में फिल्म के खिसकाए जाने की वजह केरल स्टोरी रही, तो जवाब में कुशान कहते हैं, देखिए केवल केरल स्टोरी होती, तो बात अलग थी लेकिन उस समय बहुत सी फिल्में रिलीज हो जा रही थी. मैं वो शब्द बोलना नहीं चाहता हूं लेकिन एकदम से कचड़ा वाली स्थिती हो गई थी. इतनी फिल्में एक साथ आ गई थी कि हमें मजबूरन इस फिल्म को खिसकाना पड़ा था. ऑडियंस भी जाहिर सी बात से कंफ्यूज्ड हो जाती, इसलिए यह डिसीजन लिया था.
नवाज का सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है बता दें, कुशान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जोड़ी जोगीरा सारा रा से पहले बाबुमोशाय बंदूकबाज में साथ नजर आई थी. नवाज संग खुद की बॉन्डिंग पर कुशान कहते हैं, हां, हम दोनों का कंफर्टेबल जोन बढ़ा है. जब शूट होता था, तो हम एक दूसरे के इशारों से ही समझ जाते थे कि काम परफेक्ट तरीके से हुआ है या नहीं. नवाज के साथ काम करते हुए मैंने पाया है कि उनका सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है. उनमें एक बचपना है, जो कभी एक्सप्लोर हुआ नहीं है. इसी बीच मुझे राइटर गालिब असद भोपाली जी ने कहानी सुनाया कि एक मैरिज करानेवाला जो लड़का है, वो खुद शादी पर यकीन नहीं करता है. मैंने जब नवाज को यह कहानी सुनाई, तो उनको बड़ा पसंद आया था. वो इस आइडिया से काफी खुश थे.
नवाज की इंटेंस एक्टर वाली रही है. ऐसे में कॉमिडी रोल के साथ उन्हें एक्सप्लोर करने का रिस्क भारी नहीं पड़ सकता है. जवाब में कुशान कहते हैं, हो सकता है लेकिन अगर इसका रिस्क नहीं लिया जाए, तो फिर क्रिएटिवली अलग कैसे होंगे. मैं नवाज को एक्टर से कहीं ज्यादा जान चुका हूं. मुझे उनके ह्यूमर साइड को दर्शकों के सामने लाना था. इससे ज्यादा मजेदार बात तो कुछ और हो ही नहीं सकती थी. वहां नवाज भी इंटेंस किरदारों से अलग हटकर करना चाह रहे थे. नवाज की एक खासियत यह भी है कि वो इतने अच्छे एक्टर हैं कि किसी भी रोल में ढल जाते हैं. मैं इस बात को लेकर निश्चिंत था. अब जो इंसान कट्टा और भाला लेकर दौड़ता रहे, वो शेरवानी और फुल लेकर जा रहा हो, तो उसे देखने में कितना मजा आएगा. असल जिंदगी में नवाज रोमांटिक भी है, जिससे हर कोई वाकिफ नहीं है.