छोटी बहन की शादी में आने वाले थे घर, देश पर सर्वस्व न्यौछावर कर गए लेफ्टिनेंट ऋषि
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आज लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार जिन्होंने अपनी जान बारूदी साजिश में देश को कुर्बान कर दी, उनको लोगों ने नम आंखों से विदाई दी. आज लेफ्टिनेंट ऋषि सभी की यादों में हैं, उनकी तस्वीरें, उनकी जांबाजी के किस्से, उनकी हर याद लोगों को भावुक कर रही है. इसी महीने वो अपनी छोटी बहन की शादी में शामिल होने के लिए घर आने वाले थे, लेकिन बारूदी साजिश में उनकी जान चली गई. अब घरवालों के आंसू थम नहीं रहे. पढ़ाई लिखाई पूरी करने के बाद ऋषि ने अपनी जिद पूरी की, घरवालों ने भी अपने लाडले का कदम-कदम पर साथ दिया था. इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी ऋषि कुमार ने, लेकिन राष्ट्रभावना ऐसी कि वो सेना में जाने के अपने फैसले से टस से मस नहीं हुआ. एक जिद थी कि तिरंगे की रक्षा से पीछे नहीं हटेंगे और ऋषि ने वही किया. पाकिस्तान से लगी सीमा पर अपनी जिम्मेदारी निभाते-निभाते अपनी जान न्यौछावर कर दी. हमेशा शालीन भाव से सबका दिल जीतने वाले ऋषि अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान जान गंवा बैठे. देखें ये वीडियो.
राज्यपाल ने संकट में फंसे लोगों को तुरंत मदद देने के लिए एक क्विक रिस्पांस टीम का गठन भी किया है. उन्होंने कहा कि ज़रूरतमंद लोगों को आवास और परिवहन भी मुहैया कराया जाएगा. राज्यपाल ने सभी लोगों से संयम बरतने और उपद्रवियों की ओर से शांति भंग करने या संभावित हिंसा के बारे में किसी भी जानकारी की सूचना राजभवन को देने की अपील की है.
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