
'छावा' पर छिड़ा विवाद, लगा 'इतिहास गलत दिखाने' का आरोप, 100 करोड़ की मानहानि केस की धमकी
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'छावा' में गनोजी और कान्होजी नाम के दो किरदार, संभाजी महाराज को धोखा देकर औरंगजेब के साथ मिलते दिखाए गए हैं. अब मराठा योद्धाओं गनोजी शिर्के और कान्होजी शिर्के के वंशजों ने फिल्म का विरोध किया है और इतिहास को गलत तरह से पेश करने का आरोप लगाया है.
थिएटर्स में धमाल मचा रही विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' पर एक बड़ा विवाद छिड़ गया है. छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर बनी इस फिल्म पर 'गलत इतिहास दिखाने' का आरोप लगा है. इस आरोप के साथ महाराष्ट्र के कई ग्रुप फिल्म का विरोध कर रहे हैं. विवाद यहां तक पहुंच गया है कि 'छावा' के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी गई है. फिल्म के डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर ने इस मामले में माफी भी मांगी है. आइए बताते हैं कि ये विवाद हुआ कैसे.
'छावा' पर लगा 'गलत इतिहास दिखाने' का आरोप विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने अपने पिता छत्रपति शिवाजी के निधन के बाद मराठा साम्राज्य की पताका संभाली. 1681 से 1689 तक संभाजी ने मराठाओं का नेतृत्व किया और इस दौरान उन्होंने कई युद्ध लड़े.
1687 के एक युद्ध में संभाजी की सेना ने मुगल सेना को हरा तो दिया मगर इस युद्ध के बाद उनकी सैन्य शक्ति कमजोर पड़ने लगी. इस दौर में उनके खिलाफ साजिशों का भी इतिहास मिलता है. आखिरकार संगमेश्वर में मुगल सैनिक संभाजी को पकड़ने में कामयाब हुए. उन्हें मुगल शासक औरंगजेब के सामने पेश किया गया और उन्हें टॉर्चर किया गया. उनके साथ मुगल शासक ने जिस तरह बर्ताव किया और जिस बेरहमी से उनकी हत्या हुई, उसी को 'छावा' की कहानी में दिखाने की कोशिश की गई है.
फिल्म में गनोजी और कान्होजी नाम के दो किरदार, संभाजी महाराज को धोखा देकर औरंगजेब के साथ मिलते दिखाए गए हैं. अब मराठा योद्धाओं गनोजी शिर्के और कान्होजी शिर्के के वंशजों ने फिल्म का विरोध किया है और इतिहास को गलत तरह से पेश करने का आरोप लगाया है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार, गनोजी और कान्होजी शिर्के के 13वें वंशज लक्ष्मीकांत राजा शिर्के ने कहा है कि उनके योद्धा पूर्वजों को फिल्म में गलत तरह से दिखाया गया है, ये चित्रण एक्यूरेट नहीं है और इससे उनकी छवि खराब होती है. महाराष्ट्र में कई और ग्रुप भी इस बात का विरोध कर रहे हैं.
100 करोड़ का केस करने की चेतावनी 'छावा' में दिखाई गई कहानी पर शिर्के परिवार ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है और कहा है कि उनके पूर्वजों को गैरजरूरी रूप से नेगेटिव दिखाया गया है. 20 फरवरी को शिर्के परिवार ने 'छावा' के डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर को एक कानूनी नोटिस भेजा है. नोटिस में फिल्म के नैरेटिव को बदलकर इतिहास से जुड़ी गलतियां दूर करने की मांग की गई है. शिर्के परिवार ने मेकर्स के खिलाफ 100 करोड़ के मानहानि के केस की भी चेतावनी दी है.
लक्ष्मण उतेकर ने मांगी माफी लोकल न्यूज पोर्टल पुढारी के अनुसार, नोटिस मिलने के बाद शिर्के परिवार के वंशजों में से एक, भूषण शिर्के से व्यक्तिगत रूप से बात की है. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा है कि फिल्म में शिर्के वंश से किरदारों का सीधा कनेक्शन ना जोड़ने के लिए कई कदम उठाए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार उतेकर ने माफी मांगते हुए कहा, 'हमने 'छावा' में बिना सरनेम इस्तेमाल किए केवल गनोजी और कान्होजी के नाम का जिक्र किया है. हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि उनके गांव के नाम का जिक्र भी ना हो, जहां से वो आते थे. हमारा इरादा शिर्के परिवार को ठेस पहुंचाने का नहीं था. अगर 'छावा' ने कोई परेशानी खड़ी की है तो मैं इसके लिए दिल से माफी मांगता हूं.'

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