
छत्तीसगढ़ के चौथे सीएम बने विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा के साथ ली शपथ
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साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने साय और उनके दो डिप्टी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री शामिल हुए.
भाजपा विधायक दल के नेता और कुनकुरी सीट से विधायक विष्णु देव साय ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और विधायक विजय शर्मा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने साय और उनके दो डिप्टी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री शामिल हुए. 59 वर्ष के साय छत्तीसगढ़ राज्य के चौथे मुख्यमंत्री बन गए हैं.
ये अतिथि रहे मौजूद शपथ ग्रहण समारोह में, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, केंद्रीय राज्य मंत्री सामाजिक न्याय रामदास अठावले, राज्यसभा सांसद जगत प्रकाश नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य महत्वपूर्ण अतिथि मौजूद रहे.
रायगढ़ से चार बार सांसद चुने गए साय विष्णुदेव साय रायगढ़ से 4 बार (1999-2014) सांसद चुने गए. नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में साय ने केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें बीजेपी ने मैदान में नहीं उतारा था, क्योंकि बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव हारने के बाद अपने किसी भी मौजूदा सांसद को नहीं दोहराने का फैसला किया था. इसके साथ ही विष्णुदेव साय प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष भी हैं. जून 2020 में भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था. वह अगस्त 2022 तक प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के पद पर रहे.कुरकुरी से विधायक हैं साय विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी विधानसभा से आते हैं. राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है. विष्णुदेव इसी समुदाय से हैं. अजित जोगी के बाद छत्तीसगढ़ में इस समुदाय से कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं बन सका था. बीजेपी इस बार आदिवासी समुदाय से आने वाले साय के ज़रिये पूरे देश में मैसेज दे रही है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सीटें हैं. अब उस पर क्लीन स्वीप कराने की ज़िम्मेदारी साय की होगी. 2019 में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 9 सीटों पर जीत हासिल की थी.

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