
चंडीगढ़ में सिर्फ दो अभ्यर्थियों के लिए बना था सेंटर, दोनों ही नहीं पहुंचे... NEET-UG के री-एग्जाम में नदारद रहे कई छात्र
AajTak
सामने आया है कि छत्तीसगढ़ के बालोद में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर 185 अभ्यर्थियों को रीएग्जाम के लिए पहुंचना था, लेकिन यहां 70 अभ्यर्थी गैरमौजूद रहे. वहीं चंडीगढ़ से सामने आया है कि यहां सिर्फ दो अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था, लेकिन दोनों ही अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर नहीं पहुंचे हैं.
NEET-UG की परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद नीट रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट्स के लिए आज यानी 23 जून को रीएग्जाम आयोजित किया गया है. एग्जाम शुरू हो गया है और दोपहर 2 बजे से शाम 5.20 बजे की बीच परीक्षा होगी. सेंटर्स पर परीक्षा शुरू हो गई है, लेकिन दिलचस्प ये है कि कई सेंटर पर अभ्यर्थी एग्जाम देने पहुंचे ही नहीं. सेंटर पर पहुंचने के टाइम के अलावा गेट क्लोजिंग टाइम भी निकल गया, लेकिन बहुत से अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए.
:छत्तीसगढ़ के बालोद में बना था परीक्षा केंद्र ये जानकारी छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ से आई है. सामने आया है कि छत्तीसगढ़ के बालोद में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर 185 अभ्यर्थियों को रीएग्जाम के लिए पहुंचना था, लेकिन यहां 70 अभ्यर्थी गैरमौजूद रहे. वहीं चंडीगढ़ से सामने आया है कि यहां सिर्फ दो अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था, लेकिन दोनों ही अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर नहीं पहुंचे हैं.
सरकार ने उठाया बड़ा कदम बता दें कि केंद्र सरकार ने NEET और UGC-NET परीक्षाओं में कथित अनियमितता को लेकर खड़े हुए विवाद के बीच भविष्य में पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए लेकर बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 को अधिसूचित किया, जिसका उद्देश्य देशभर में आयोजित होने वाले प्रतियोगी और सामान्य प्रवेश परीक्षाओं में फर्जीवाड़े को रोकना है.
देशभर में 5 मई को हुई थी नीट परीक्षा NEET-UG की परीक्षा 5 मई को देशभर के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था. परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था, रिजल्ट 10 दिन पहले ही जारी कर दिया गया था. रिजल्ट के बाद पेपरलीक और गड़बड़ी के आरोप लगाए गए, क्योंकि 67 से अधिक छात्रों ने अधिकतम अंक प्राप्त किए, जिनमें से कुछ छात्र एक ही परीक्षा केंद्र के थे.
पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में बिहार में अनियमितताओं और पेपर लीक का मामला सामने आया. इसके साथ ही कुछ उम्मीदवार सार्वजनिक रूप से सामने आए हैं, उन्होंने दावा किया है कि उन्हें परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर मिल गया था. इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए और कई उच्च न्यायालयों के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय में भी याचिकाएं दायर की गईं.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.

शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








