घर में आर्थिक तंगी के चलते सिलेंडर डिलीवर करती थीं बिग बॉस फेम अर्चना गौतम, बोलीं- 10-20 रुपये मिलते थे
AajTak
अर्चना गौतम ने बिग बॉस के घर में रहते हुए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया था. अब उन्होंने ने एक इंटरव्यू में अपने बचपन के बारे में बात की. अर्चना बताती हैं कि बचपन में वो पैसे कमाने के लिए खाली सिलेंडर डिलीवर किया करती थीं. साल 2007-2008 में उनका परिवार आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहा था.
बिग बॉस 16 में नजर आईं अर्चना गौतम घर-घर में फेमस हो गई हैं. अर्चना ने बिग बॉस के घर में रहते हुए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया था. उनकी बातों और हरकतों को पसंद करने के साथ-साथ उनका मजाक भी बनाया गया. भले ही अर्चना शो को जीत ना पाई हों, लेकिन अच्छी फैंस फॉलोइंग उन्हें मिल गई है. अब अर्चना गौतम ने एक इंटरव्यू में अपने बचपन के बारे में बात की. उन्होंने खुलासा किया कि उनका बचपन काफी गरीबी में बीता है.
गरीबी में बीता अर्चना का बचपन
अर्चना गौतम का जन्म उत्तरप्रदेश के मेरठ में हुआ था. काम के चलते वो मुंबई शिफ्ट हुई थीं. उन्होंने रियलिटी शो सेल्स का बाजीगर से पहचान पाई. इस शो में उन्होंने सेल्स डिपार्टमेंट एम्प्लोई के रूप में हिस्सा लिया था और जज रवि किशन को इंप्रेस किया था. इसके बाद वो मॉडलिंग और एक्टिंग की दुनिया में गईं. अर्चना बताती हैं कि बचपन में वो पैसे कमाने के लिए खाली सिलेंडर डिलीवर किया करती थीं.
वो बताती हैं कि साल 2007-2008 में उनका परिवार आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहा था. सिद्धार्थ कन्नान से बातचीत में अर्चना गौतम ने कहा, 'फाइनेंशियल कंडीशन अच्छी नहीं होती थी बचपन में थोड़ा सा बड़े में. खाली सिलेंडर की डिलीवरी करना, उससे मुझे 10-20 रुपये आते थे. मैं साइकिल या बाइक पर ले जाकर ऐसा करती थी.'
जब नौकरी से निकाला गया
अर्चना ने आगे बताया, 'मेरी पहली जो जॉब थी, टेलीकॉलिंग की जॉब थी. उसमें मुझे 6000 महीना मिलता था. मुझे इंग्लिश आती नहीं थी तो मैं कोशिश करती थी कि हिंदी में बात कर लूं लेकिन कोई मेरा फोन ही नहीं उठाता था, लोग फोन काट देते थे. तो उन्होंने मुझे निकाल दिया था नौकरी से क्योंकि कोई डील ही नहीं हो रही थी. फिर उससे बड़ी, 10 हजार-12 हजार, ऐसा करते-करते जॉब की. और फिर मैंने सेटलमेंट किया.'