
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की IT-ITES स्कीम लॉन्च, तीन हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार
AajTak
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आईटी-आईटीईएस स्कीम लांच कर दी है. इसके तहत 7 भूखंडों से 52616 वर्ग मीटर जमीन आवंटित हो सकेगी. रिजर्व प्राइस से जमीन की कीमत करीब 105 करोड़ रुपये है. इस स्कीम के तहत 300 करोड़ का निवेश और 3000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने निवेशकों की मांग को देखते हुए आईटी-आईटीईएस (IT-ITES scheme) के सात भूखंडों की योजना लांच कर दी है. इस योजना के लिए बुधवार से ही ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए हैं. इसके लिए 5 अप्रैल तक पंजीकरण किए जा सकते हैं. रिजर्व प्राइस के हिसाब से इन भूखंडों की कीमत करीब 105 करोड़ रुपये है. अगर सभी सात भूखंड आवंटित हो जाते हैं तो इससे करीब 300 करोड़ रुपये के निवेश और 3000 युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिल सकेंगे.
दरअसल, आईटी कंपनियों की मांग को देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने आईटी, आईटीईएस भूखंडों की स्कीम जल्द लाने के निर्देश दिए थे. सीईओ की पहल पर संस्थागत विभाग ने आईटी के 7 भूखंडों की स्कीम लांच कर दी है.
ये सभी भूखंड टेकजोन में स्थित हैं. ये भूखंड 4047 वर्ग मीटर से लेकर 20234 वर्ग मीटर एरिया तक के हैं. इस स्कीम की जानकारी व ब्रोशर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट (www.greaternoidaauthority.in) और भारतीय स्टेट बैंक के वेब पोर्टल (https://etender.sbi) पर अपलोड कर दिया गया है.
इस स्कीम में पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. ब्रोशर डाउनलोड करने की सुविधा बुधवार से ही शुरू कर दी गई है. 5 अप्रैल तक पंजीकरण कराया जा सकता है.
9 अप्रैल तक जमा किए जाएंगे डॉक्यूमेंट
प्रोसेसिंग फीस जमा करने की अंतिम तिथि 7 अप्रैल और डॉक्यूमेंट जमा करने की अंतिम तारीख 9 अप्रैल है. भूखंडों का आवंटन ई-ऑक्शन के जरिए होगा. अगर ये सभी 7 भूखंड आवंटित हो जाते हैं, तो करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश और 3000 युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने का अनुमान है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










