गुजरात: गलतफहमी या बहाना, वैक्सीन लगवाने से क्यों कतरा रहे मुस्लिम समुदाय के लोग?
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अब जब वैक्सीन को लेकर इस उदासीनता की वजह जानने की कोशिश हुई तो चौंकाने वाले खुलासे होते दिख गए. किसी की नजर में वैक्सीन लगवाने से कमजोरी और बुखार होता है, तो किसी ने यहां तक कह दिया कि टीके की वजह से कई लोगों में नपुंसकता आ जाती है.
कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ने में वैक्सीन को सबसे अचूक हथियार बताया गया है. इसी वजह से समय रहते टीका लग जाए, इसका प्रयास भी लगातार किया जा रहा है. लेकिन फिर भी सोशल मीडिया की दुनिया में टीके को लेकर इतनी गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं कि कई लोग कोरोना वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं. ऐसा ही कुछ अहमदाबाद के जुहापुर में भी देखने को मिल रहा है जहां पर मुस्लिम समाज के कुछ लोग वैक्सीन लेने से साफ मना कर रहे हैं. वैक्सीन को लेकर क्या डर?कल चुनाव नतीजे आने के बाद दोनों गठबंधन यानि NDA और INDIA सरकार बनाने का दावा पेश कर रहे हैं. हालांकि नतीजों में NDA ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और अगर कोई सहयोगी दल टूटता नहीं है तो तीसरी बार भी मोदी की सरकार की बनेगी. इन सब से पहले आज दिल्ली में एनडीए और सहयोगी दल की बैठक जारी है. इस बैठक में नरेंद्र मोदी समेत सहयोगी दलों के तमाम नेता शामिल हुए हैं.
लोकसभा चुनाव नतीजों के बीच कुछ नेता ऐसे रहे जिन्होंने 'न जीतूंगा न जीतने दूंगा' के नारे को साकार कर दिखाया. राजस्थान की बाड़मेर सीट से रवींद्र सिंह भाटी, बिहार की सिवान लोकसभा सीट से हीना शहाब, और बिहार की ही काराकाट से पवन सिंह भले ही चुनाव में हार गए लेकिन इन तीनों ने अपनी-अपनी सीटों पर दूसरें दलों के नेताओं का खेल जरूर खराब कर दिया.