खबरदार: भारत में Omicron के 'चाल-चलन' का संपूर्ण विश्लेषण
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भारत में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरियेंट से खतरे का अलार्म बज चुका है. शुक्रवार को देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के 100 से ज्यादा केस हो गये थे और आज ये आंकड़ा बढ़कर 113 हो चुका है. अब उत्तर प्रदेश में भी दो केस आ चुके हैं. ऐसे में सवाल ये है कि कोरोना की तीसरी लहर की जो भविष्यवाणियां की जा चुकी हैं, क्या उनके सच होने का वक्त नजदीक आ चुका है? क्योंकि दुनिया के 90 से ज्यादा देशों में ओमिक्रॉन वेरियेंट की पुष्टि हो चुकी है. जबकि ब्रिटेन में तो ओमिक्रॉन ने स्पीड पकड़ ली है, जहां पिछले तीन दिनों से कोरोना के रिकॉर्ड केस दर्ज हो रहे हैं. आज हम आपको ओमिक्रॉन के खतरे से तो खबरदार करेंगे ही साथ ही ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के चाल-चलन का भी विश्लेषण करेंगे, जो भारत के लिए केस स्टडी बन सकते हैं. देखिए ये एपिसोड.
1 जून यानी कल चुनाव का आखिरी दौर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ध्यानमग्न हैं. 2019 में फाइनल राउंड से पहले प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में 17 घंटे तक साधना की थी. इस बार पीएम 45 घंटे तक ध्यान में हैं. पीएम विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में कल शाम से ध्यान पर हैं, जो कल शाम 6 बजकर 45 मिनट तक चलेगा. पीएम की साधना तस्वीरें आ गई हैं. विवेकानंद मेमोरियल रॉक के ध्यान मंडपम में पीएम ध्यान में हैं. इसके अलावा वो सूर्य नमस्कार करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते देखा जा सकता है. पानी का टैंकर देखते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं जिसके कई वीडियो सामने आए हैं. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. संकट इतना बड़ा है कि गुरुवार को दिल्ली सरकार को इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी. इसके अलावा पानी की बर्बादी पर जुर्माना लगाया ही जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.