खत्म हो रहा बोल्ड सीन्स से अभिनेत्रियों की हिचकिचाहट और डर, क्योंकि सेट पर आए इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर!
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बॉलीवुड इंडस्ट्री में इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर एक नया टर्म जुड़ चुका है. फिल्म मेकिंग के दौरान कौन होते हैं ये इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर और कैसे चलता है इनका काम, खुद बता रहे हैं.
कई बॉलीवुड एक्ट्रेस ने अपने इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया है कि इंटीमेट सीन या किसिंग सीन्स करने के दौरान उन्हें कई तरह के मेंटल ट्रॉमा से गुजरना पड़ा था. एक ओर जहां सेट पर केवल मेल डॉमिनेट क्रू होने की वजह से उन्हें इस तरह के बोल्ड सीन्स में असहजता होती थी, तो दूसरी तरफ कई बार को-ऐक्टर्स इसका फायदा उठाकर अपनी लाइन क्रॉस कर जाते थे. कई एक्ट्रेसेज तो इसी वजह से इस तरह के सीन्स करने से हिचकती हैं. हालांकि पिछले कुछ समय से पश्चिम की तरह भारत में भी इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर का ट्रेंड जोर पकड़ रहा है. दो कैरेक्टर्स के बीच गार्ड की तरह काम करते ये इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर्स उनकी असहजता और हिचक को खत्म करते हैं.
हालांकि अब भी बॉलीवुड इंडस्ट्री के कई लोगों के लिए इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर शब्द नया है. इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर टर्म दीपिका पादुकोण की फिल्म गहराइयां के दौरान काफी चर्चा में आया था. फिल्म में दीपिका के बोल्ड अवतार के पीछे इन्हीं कुछ टेक्निकल लोगों का हाथ था. धीरे-धीरे हर सेट पर इन्हें हायर करने का प्रचलन शुरू हुआ है. आइए जानते हैं क्या होते हैं इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर और किस तरह करते हैं ये अपना काम.
कौन होते हैं इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर
इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर फिल्म यूनिट का एक हिस्सा होते हैं, जो मूल रूप से एक्टर, परफॉर्मर, डायरेक्टर और प्रोडयूसर के बीच की बातचीत क्लियर करवाते हैं. वो सुनिश्चित करते हैं कि फिल्म में अगर कोई इंटीमेट या सेंसेटिव सीन है, तो वो एक निश्चित तौर-तरीके और नियम-कायदों में रहकर शूट किया जाए. इसका सबसे बड़ा रूल ये है कि एक्टर्स की हां या ना को हमेशा दिमाग में रखा जाए. जो भी सीन वो शूट करने वाले हैं उसमें एक्टर का कंफर्ट लेवल और रजामंदी सबसे जरूरी होता है.
गहराइयां से हुई है इस ट्रेंड की शुरूआत इंटीमेट कोऑर्डिनेटर आस्था कहती हैं कि भारत में सबसे पहले मस्तराम नाम का एक शो आया था, जिसके लिए एक इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर को कनाडा से बुलाया गया था. वो पहली बार था, जब किसी प्रॉडक्शन हाउस ने इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर को अड्रेस करते हुए उसे क्रेडिट दिया था. वैसे बॉलीवुड में पहली बार इस ट्रेंड की शुरुआत फिल्म गहराइयां से हुई.
हालांकि उससे पहले भी कई बार छोटे-छोटे प्लेटफार्म पर इंटमेसी कोऑर्डिनेटर हायर किए गए थे. लेकिन दीपिका पादुकोण की फिल्म गहराइयां के बाद यह टर्म लाइमलाइट में आया. आस्था बताती हैं कि उससे पहले फेम गेम नाम का एक नेटफ्लिक्स शो था, जिसमें उन्होंने ही बतौर इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर काम किया था. कोबाल्ट ब्लू एक फिल्म थी जिसमें इंटमेसी कोऑर्डिनेटर का इस्तेमाल किया गया था.
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