
क्रूज मिसाइलें, ड्रोन भी सेकेंडों में फेल... अमेरिकी युद्धपोत ने रोकी इजरायल में बड़ी तबाही
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अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत ने यमन के हौथी विद्रोहियों की तरफ से लॉन्च की गई क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों को मार गिराया है. ये मिसाइलें और ड्रोन संभावित रूप से इजरायल को निशाना बना रहे थे. पेंटागन ने गुरुवार को कहा कि यूएसएस कार्नी आर्ले बर्क-क्लास युद्धपोत उत्तरी लाल सागर में काम कर रहा था, तब उसने बड़े हमले को नाकाम कर दिया है.
इजरायल और हमास के बीच 13 दिन से युद्ध चल रहा है. इजरायल ने गाजा पट्टी को चारों तरफ से घेर लिया है और अब अंदर घुसकर हमास के लड़ाकों को तलाशने की तैयारी है. इधर, हमास के समर्थन में लेबनान समर्थित हिजबुल्लाह की तरफ से भी इजरायल पर अटैक किया जा रहा है. हालांकि, हमास और हिजबुल्लाह को मुंह की खानी पड़ रही है. क्योंकि अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत इजरायल में बड़ी तबाही होने से रोक रहे हैं. गुरुवार को अमेरिकी युद्धपोत ने यमन के हौथी विद्रोहियों की क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों को सेकेंडों में मार गिराया है.
पेंटागन ने गुरुवार को बताया कि यमन के हौथी विद्रोहियों की तरफ से क्रूज मिसाइलों और ड्रोन को लॉन्च किया गया था, जिसे अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत ने तुरंत रोक दिया. ये संभावित रूप से इजरायल को निशाना बना रहे थे. पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर के अनुसार, USS कार्नी उत्तरी लाल सागर में काम कर रहा है. उसने हौथी विद्रोहियों द्वारा लॉन्च किए गए तीन लैंड अटैक क्रूज मिसाइलों और कई ड्रोन को मार दिया है. इन घातक मिसाइलों और ड्रोन को पानी के ऊपर गोली मारी गई है.
'इजरायल को टारगेट बना रही थीं मिसाइलें'
उन्होंने कहा, यह कार्रवाई एंटीग्रेटेड वायु और मिसाइल रक्षा आर्किटेक्चर का प्रदर्शन थी, जिसे हमने मध्य पूर्व में बनाया है और हम इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपने सहयोगियों और हमारे हितों की रक्षा में उपयोग करने के लिए तैयार हैं. अमेरिकी बलों से जुड़ा कोई जवान हताहत नहीं हुआ है. किसी नागरिक की भी जान नहीं गई है. उन्होंने कहा, ये मिसाइलें यमन के अंदर से लॉन्च की गईं और लाल सागर के साथ उत्तर की ओर संभवतः इजरायल को टारगेट बनाकर जा रही थीं.
'इजरायल-हमास युद्ध से बढ़ सकता है क्षेत्रीय संघर्ष'
बताते चलें कि यह घटना ऐसे समय हुई है जब इजरायल-हमास के बीच युद्ध से क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है. गाजा पट्टी पर इजरायल की ओर से लगातार बमबारी की जा रही है. उधर, तटीय क्षेत्र में भूमि पर आक्रमण की आशंका के बीच व्यापक संघर्ष की कयासबाजी तेज हो गई है. अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया है और पूर्वी भूमध्य सागर में दो विमान वाहक और अन्य युद्धपोत तैनात किए हैं. लेकिन इससे अमेरिका के युद्ध में शामिल होने की संभावना बढ़ गई है.

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