
क्या है पाकिस्तान में लगने वाला luxury tax? जिसमें इमरान खान को मिला 14 लाख का नोटिस
AajTak
पाकिस्तान की सरकार अब इमरान खान को चौतरफा घेरने की रणनीति पर काम कर रही है. अब उन्हें टैक्स विभाग ने 14 लाख पाकिस्तानी रुपए का नोटिस भेजा है. इमरान पर आरोप है कि उन्होंने अपना पुराना घर तोड़कर नया बना लिया है. इसलिए उन्हें लग्जरी टैक्स चुकाना होगा.
प्रधानमंत्री की कुर्सी छिनी. गिरफ्तार भी होना पड़ा. आर्मी एक्ट लगने तक की नौबत आ गई, लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं. पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने अब इमरान खान को 14 लाख पाकिस्तानी रुपए के लग्जरी टैक्स (luxury tax) का नोटिस भेज दिया है. यह नोटिस उन्हें लाहौर के जमान पार्क वाले घर के लिए भेजा गया है, जिसमें इमरान वर्तमान में रहते हैं.
दरअसल, टैक्स कलेक्शन अथॉरिटी ने इमरान से उनके घर का रिकॉर्ड मांगा था. रिकॉर्ड्स के आधार पर ही उन्हें अब लग्जरी टैक्स का नोटिस भेजा गया है. हालांकि, जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान अब तक हर साल अपना टैक्स समय से भरते आए हैं. लेकिन, अगर इस बार वह समय पर टैक्स नहीं भरते हैं तो उन्हें एक और नोटिस जारी किया जाएगा.
रिकॉर्ड्स के आधार पर बनी रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान ने अपने पुराने घर को तोड़कर उस जगह पर एक नया घर बनाया है. इस घर का मालिकाना हक इमरान के अलावा उनकी बहनों के पास भी है. इमरान से पहले पिछले महीने उनकी दिवंगत मां शौकत खानम को भी इस मामले में एक नोटिस जारी किया गया था. नोटिस में इमरान खान को बकाया टैक्स के रूप में 36 लाख रुपए का भुगतान करने के लिए कहा गया था. यह संपत्ति शौकत खानम के नाम पर थी, जिनका 1985 को निधन हो गया था.
लग्जरी घरों पर ले रहे एक्शन
पाकिस्तान सरकार के इस फैसले को बदले की कार्रवाई की तरह देखा जा रहा है. हालांकि, टैक्स विभाग के अधिकारी अदील अमजीद ने सियासी हस्तक्षेप से इनकार करते हुए कहा है कि हमने टैक्स ना चुकाने वाले 1,012 वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र वाले सभी लग्जरी घरों के खिलाफ एक्शन लेने का फैसला किया है. बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल होना पड़ा था.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







