कौन थे तिरंगे के वास्तुकार पिंगली वैंकेया? पीएम नरेंद्र मोदी ने भी किया सलाम, सम्मान में बदल दी सोशल मीडिया प्रोफाइल फोटो
AajTak
केंद्र सरकार की मंशा है कि 76वां स्वतंत्रता दिवस पर इस बार हर भारतवासी अपने घर में तिरंगा फहराकर आजादी का अमृत महोत्सव मनाए. इस अभियान को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने झंडों के उत्पादन की तैयारी कर ली है. इसके लिए सरकार ने सूरत के कपड़ा व्यापारियों को दस करोड़ तिरंगे बनाने का ऑर्डर दिया है.
स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन तैयार करने वाले पिंगली वैंकेया की मंगलवार को 146वीं जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम ने ट्वीट करके कहा है कि हमारा देश तिरंगा देने के उनके प्रयासों के लिए उनका सदा ऋणी रहेगा, जिस पर हमें बहुत गर्व है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि तिरंगे से शक्ति और प्रेरणा लेते हुए हम राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य करते रहें. पीएम ने पिंगली वैंकेया के सम्मान में अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की तस्वीर पर तिरंगा लगा दिया है और देशवासियों से भी ऐसा करने का आग्रह किया है. पिंगली वैंकेया का जन्म 2 अगस्त 1876 को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम शहर में हुआ था.
विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किया गया
वहीं संस्कृति मंत्रालय ने दिल्ली में तिरंगा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें पिंगली वेंकैया की याद में एक विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किया है. इस कार्यक्रम में पिंगली वैंकेया का परिवार भी उपस्थित था. इन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सम्मानित किया.
ब्रिटिश सैनिकों की राष्ट्रीयता से हुए थे प्रभावित
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.