'कोविड जाना चाहता है, हमें ही उससे प्रेम हो गया है', जनता की लापरवाही पर स्वास्थ्य मंत्री का तंज
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केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शिकायती तौर पर कहा कि कोविड तो जाना चाहता है, लेकिन हमें इससे प्रेम हो गया है इसलिए इसे जाने नहीं दे रहे हैं. लोग इस बीमारी को लेकर लापरवाह हो गए हैं और कोरोना गाइडलाइंस फॉलो नहीं कर रहे हैं.
देश भर में कोरोना के बढ़ते मामले सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा रहे हैं. जहां एक तरफ वैक्सीनेशन का दौर जारी है वहीं दूसरी तरफ कोरोना के मामले भी बढ़ रहे हैं. इस मामले में केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर सरकार और नागरिकों के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि लेकिन अब हम कोविड के खिलाफ हमें कैसे लड़ना है यह सीख चुके हैं. हालांकि हमारी तरफ से किसी भी प्रकार की लापरवाही केस बढ़ा सकती है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शिकायती तौर पर कहा कि कोविड तो जाना चाहता है, लेकिन हमें इससे प्रेम हो गया है इसलिए इसे जाने नहीं दे रहे हैं. लोग इस बीमारी को लेकर लापरवाह हो गए हैं और कोरोना गाइडलाइंस फॉलो नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर लापरवाही का ही नतीजा है. हर्षवर्धन ने कहा कि सोशल गैदरिंग जैसे बढ़ रही है ऐसे ही कोरोना का संक्रमण भी बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. इसमें लोग मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी बातों को अमल में नहीं ला रहे हैं.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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