
'केजरीवाल बहाने बनाकर समन पर नहीं हुए पेश, ये आरोपी होने का संकेत...', सुप्रीम कोर्ट में बोली ED
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जस्टिस खन्ना ने पूछा कि आपने कहा था कि प्रारंभिक जब्ती अनिवार्य नहीं है. आपने पहले ये दलीलें रखी थीं. इस पर ASG राजू ने कहा कि हमारी दलील थी कि जब्ती/ कुर्की जरूरी नहीं है. इसके बिना भी दोष सिद्धि हो सकती है, अगर हमने वाकई शरत रेड्डी पर दबाव डाला होता, तो उन्होंने बिल्कुल अलग बयान दिया होता. शरत रेड्डी ने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने केजरीवाल से मुलाकात की थी.
दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर आज (16 मई) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. आज की सुनवाई पूरी हो चुकी है, अब अगली सुनवाई कल दोपहर 2.30 बजे होगी. कल 15 मिनट ED और 45 मिनट केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी बहस करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई के दौरान केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 100 करोड़ रुपए में से ईडी ने केवल 2 धनराशियों का ही हिसाब दिया है. इस पर जस्टिस संजीव खन्ना ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (ASG) एसवी राजू से पूछा कि क्या आपने इस धनराशि को घटाकर 45 करोड़ तो नहीं कर दिया है? इस पर एएसजी राजू ने जवाब दिया कि नहीं, हमने कहा था कि 45 करोड़ रुपए का पता लगा लिया गया है.
'एजेंसी किसी राजनीति से प्रेरित नहीं'
जस्टिस खन्ना ने पूछा कि आपने कहा था कि प्रारंभिक जब्ती अनिवार्य नहीं है. आपने पहले ये दलीलें रखी थीं. इस पर ASG राजू ने कहा कि हमारी दलील थी कि जब्ती/ कुर्की जरूरी नहीं है. इसके बिना भी दोष सिद्धि हो सकती है, अगर हमने वाकई शरत रेड्डी पर दबाव डाला होता, तो उन्होंने बिल्कुल अलग बयान दिया होता. शरत रेड्डी ने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने केजरीवाल से मुलाकात की थी. वे ये भी कह सकते थे कि केजरीवाल ने 100 करोड़ रुपए मांगे थे. जांच एजेंसी पूरी तरह से निष्पक्ष है. हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं. एजेंसी किसी राजनीति से प्रेरित नहीं है.
'केजरीवाल ने झूठे बहाने से समन से परहेज किया'
ASG राजू ने कहा कि केजरीवाल ने झूठे बहाने से समन से परहेज किया. यह एक आरोपी होने का संकेत है. हमारे पास सबूत हैं कि विजय नायर इस शराब नीति में पूरी तरह से शामिल है. वह मंत्रियों के लिए अलॉट बंगले में रहता था, जबकि उस घर से उसका कोई लेना-देना नहीं था.

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