कुकी-मैतेई दोनों से मुलाकात, चुराचांदपुर जाने पर सस्पेंस... I.N.D.I.A. के मणिपुर दौरे का पूरा प्लान
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विपक्षी पार्टियों का 21 सदस्यों का डेलिगेशन शनिवार (29 जुलाई) को 2 दिन के मणिपुर दौरे पर जाएगा. इस दौरान 16 पार्टियों के सांसद घाटी और पहाड़ी दोनों प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. इतना ही नहीं, वह प्रभावित लोगों से बातचीत कर उनकी परेशानियों को सुनेंगे. सांसदों ने मणिपुर में हेलीकॉप्टरों का उपयोग करने की मांग की है. अगर इसकी अनुमति दी गई, तो डेलिगेशन के सदस्य चुराचांदपुर के दूर-दराज के इलाकों का दौरा करेंगे.
जलते घर, लुटती दुकानें, अंधाधुंध फायरिंग, महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़कों पर दौड़ाना और पीटना, 150 लोगों की मौत, राहत शिविरों में रहने को मजबूर लोग... ये हालात मणिपुर के हैं, जो पिछले 3 मई से हिंसा की आग में जल रहा है. वजह है कुकी और मैतेई समुदाय का जातीय संघर्ष. ऐसे में राज्य के जमीनी हालातों को जानने के लिए विपक्षी दलों का 21 सांसदों का डेलिगेशन शनिवार से (29-30 जुलाई) मणिपुर के 2 दिन के दौरे पर जा रहा है. ये डेलिगेशन मणिपुर की जमीनी समस्याओं को जानेगा और इसके समाधान के लिए सरकार और संसद से सिफारिशें करेगा.
विपक्ष के डेलिगेशन को 2 हिस्सों में बांटा गया है. टीम-A और टीम-B. टीम-ए में 10 सदस्य हैं, जबकि टीम-बी में 11 सदस्य हैं. सभी 21 सदस्य सुबह 8.55 पर दिल्ली से इंफाल के लिए इंडिगो की फ्लाइट 6E 2615 से रवाना होंगे, जो कि दोपहर 12 बजे इंफाल पहुंचेंगे. इस दौरे से पहले कांग्रेस के नेता गौरव गोगोई ने मणिपुर हिंसा की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग की. गोगोई ने कहा कि बीजेपी यह बताना चाहती है कि मणिपुर में सब कुछ ठीक है, लेकिन हिंसा जारी है, हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज के तहत इस मामले की जांच कराई जाए कि राज्य सरकार ने ऐसा कैसे किया. लोगों को इतनी मात्रा में हथियार कैसे मिल गए, प्रशासन क्या कर रहा था? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह खुद स्वीकार कर चुके हैं कि 100 से अधिक FIR दर्ज की गई है. मैं मणिपुर जाऊंगा और सच्चाई का पता लगाऊंगा और उस सच्चाई को संसद के सामने रखूंगा.
चुराचांदपुर के दूर-दराज के इलाकों में जाने की है योजना
सूत्रों के मुताबिक विपक्षी गुट ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को पत्र लिखा था, जिन्होंने डेलिगेशन को राज्य का दौरा करने की अनुमति दी है. हुसैन ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल रविवार को सुबह मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेगा. कांग्रेस नेता नसीर हुसैन ने कहा कि सांसदों ने मणिपुर में हेलीकॉप्टरों का उपयोग करने की मांग की है. अगर इसकी अनुमति दी गई, तो डेलिगेशन के सदस्य चुराचांदपुर के दूर-दराज के इलाकों का दौरा करेंगे, ये वही इलाका है जहां हाल ही में हिंसा की घटनाएं हुई हैं.
प्रभावित क्षेत्र और राहत शिविरों का दौरा करेगा डेलिगेशन
कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में सचेतक नसीर हुसैन ने कहा कि 16 पार्टियों के सांसद घाटी और पहाड़ी दोनों प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. वह प्रभावित लोगों से बातचीत कर उनकी परेशानियों को सुनेंगे. साथ ही पहाड़ी और घाटी में 2-2 राहत शिविरों का भी दौरा करेंगे. हुसैन ने कहा कि हमें प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा करने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मिल गई है. हमें राज्यपाल से मिलने की भी अनुमति मिली है, उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को रविवार को समय दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए के पास मणिपुर हिंसा को हल करने की न तो इच्छाशक्ति है और न ही क्षमता. उन्होंने कहा कि संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से विपक्ष लगातार मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहा है. पीएम मोदी को संसद में आकर बयान देना चाहिए और मणिपुर में शांति के लिए रोडमैप तैयार करना चाहिए.
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