
कुंडली का शाप, झूठा प्यार और जहरीली साजिश... एक भविष्यवाणी ने माशूका को बना दिया आशिक की कातिल
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ये कहानी है 24 साल के शैरोन राज और 23 साल की गृष्मा की. इसे इत्तेफाक कहें या फिर कुछ और कि शैरोन राज पिछले कुछ दिनों से जब भी अपनी गर्लफेंड यानी गृष्मा से मिलता था, तो उसे उल्टियां होने लगतीं थीं. उसकी तबीयत बिगड़ जाती थी.
वो लड़की बेहद पढ़ी-लिखी थी. उसकी शादी होनी थी. लेकिन पंडित ने उसकी कुंडली देखकर कहा कि शादी के फौरन बाद उसके पति की मौत हो जाएगी. वो लड़की और उसके घरवाले पंडित की बात पर यकीन कर लेते हैं. इस परेशानी का हल तलाशने की कोशिश करते हैं. फिर एक दिन वो लड़की एक प्लान बनाती है कि उसकी शादी भी हो जाए. पति भी जिंदा रहे और पंडित की भविष्यवाणी भी गलत साबित हो जाए. लेकिन लड़की का ये प्लान बेहद खौफनाक था.
शैरोन और गृष्मा की कहानी तिरुअनंतपुरम के रहनेवाली उस नौजवान जोड़ी की जिंदगी बेहद खुशगवार थी. वो दोनों जब भी मिलते थे, एक दूसरे के साथ अच्छा वक्त गुजारते थे. साथ में घूमते-फिरते थे. खाते पीते थे और फिर अगली बार मिलने के वादे के साथ जुदा हो जाते थे. ये कहानी है 24 साल के शैरोन राज और 23 साल की गृष्मा की. इसे इतेफाक कहें कि या फिर कुछ और कि शैरोन राज पिछले कुछ दिनों से जब भी अपनी गर्लफेंड यानी गृष्मा से मिलता था, तो उसे उल्टियां होने लगतीं थीं. उसकी तबीयत बिगड़ जाती थी.
घरवाले हर बार इस बात को लेकर अपने बेटे शैरोन राज से सवाल करते थे, लेकिन शैरोन इसे महज इतेफाक बता कर टाल दिया करता था. ये इतेफाक ही था कि हर बार गृष्मा से मिलने के बाद शैरोन की तबीयत खराब होती थी और फिर कुछ दिनों के बाद वो अपने आप ठीक भी हो जाता था.
लड़की की शादी के लिए फौजी अफसर से बातचीत गृष्मा पढ़ने लिखने में काफी तेज थी. इंग्लिश लिटरेचर में बीए करने के बाद अब डबल एमए कर रही थी और पूरे यूनिवर्सिटी में फोर्थ रैंक लेकर आई थी. घरवाले उसके लिए रिश्ता भी ढूंढने में लगे थे. और इन दिनों एक आर्मी मैन से उसकी शादी की बात चल रही थी. हालांकि अपने ब्वॉयफेंड यानी शैरोन राज से भी उसका रिश्ता काफी अच्छा चल रहा था. शैरोन उसे बेइंतेहा प्यार करता था और शायद गृष्मा भी उसे चाहती थी. लेकिन प्यार मुहब्बत, शादी के लिए रिश्ते की तलाश और जिंदगी की इसी धूप छांव के बीच एक रोज़ कहानी में ट्विस्ट आ गया.
गृष्मा ने पिलाया था आयुर्वेदिक जूस हुआ यूं कि 15 अक्टूबर को शैरोन राज एक बार फिर अपने एक दोस्त के साथ गृष्मा के घर उससे मिलने के लिए पहुंचा. दोनों के बीच मुलाकात हुई और गृष्मा ने इस रोज़ उसे एक आयुर्वेदिक जूस पीने के लिए दिया और इसके कुछ ही देर बाद ही शैरोन की तबीयत बिगड़ने लगी. असल में शैरोन जैसे ही अपने दोस्त के साथ गृष्मा के घर से निकला, उसे उल्टियां होने लगीं. उसका दोस्त उसे किसी तरह संभाल कर घर लेकर गया. लेकिन जब शैरोन की तबीयत कुछ ज्यादा ही बिगड़ने लगी, तो इस बार उसे अस्पताल ले जाना पड़ा.
अस्पताल पहुंचा शैरोन शैरोन को तिरुअनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों ने उसकी जांच की, उसे दवाइयां दीं और उसका ब्लड टेस्ट भी किया. लेकिन कई बार उल्टियां होने और तबीयत बिगड़ने के बावजूद शैरोन की ब्लड रिपोर्ट नॉर्मल आई. इसके बाद उसे अस्पताल से छुटी दे दी गई. लेकिन एक रोज़ गुजरने के बाद 17 अक्टूबर को एक बार फिर शैरोन की तबीयत खराब हुई और उसे फिर से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.

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