करीब 100 'स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस' की शुरुआत करेगी दिल्ली सरकार, कैबिनेट ने दी मंजूरी
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दिल्ली सरकार स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत करने जा रही है. दिल्ली सरकार के मुताबिक ये स्कूल अलग-अलग विषयों जैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित (स्टेम) , प्रदर्शन और दृश्य कला, हयूमैनिटिज़ और 21वीं सदी के कौशल क्षेत्रों में प्रतिभाशाली छात्रों की प्रतिभाओं को विकसित करने का काम करेंगे.
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली छात्रों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए, दिल्ली सरकार स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत करने जा रही है. दिल्ली सरकार के मुताबिक ये स्कूल अलग-अलग विषयों जैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित (स्टेम) , प्रदर्शन और दृश्य कला, हयूमैनिटिज़ और 21वीं सदी के कौशल क्षेत्रों में प्रतिभाशाली छात्रों की प्रतिभाओं को विकसित करने का काम करेंगे. दिल्ली सरकार ने बताया कि इन विद्यालयों का चयन विद्यार्थी अपनी पसंद के आधार पर करेंगे, जहां उन्हें 9वीं से 12वीं तक की स्कूली शिक्षा दी जाएगी. ये मॉडल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के 5+3+3+4 स्कूली शिक्षा मॉडल के अंतिम 4 वर्षों पर आधारित होगा. एनईपी प्रतिभाशाली बच्चों को मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देने पर बल देता है ताकि उनका समग्र विकास हो सके.देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.