
ओवैसी ने संसद में किया चीन के दावे का जिक्र, पूछा- क्या लद्दाख में विवाद खत्म?
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ओवैसी ने कहा, हमारी क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दों पर सरकार का रवैया और दृष्टिकोण स्वीकार्य नहीं है. इतना ही नहीं ओवैसी ने भारत चीन विवाद के मुद्दे पर संसद में डिबेट रखने की मांग की. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इस देश का प्रतिनिधित्व करने सांसदों को सरकार विश्वास में क्यों नहीं ले रही है?
AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार से लद्दाख में चीन के दावे को लेकर सवाल किया. उन्होंने पूछा, चीन दावा कर रहा है कि लद्दाख में हॉट स्प्रिंग पर भारत के साथ विवाद सुलझ चुका है. क्या भारत सरकार ये बताएगी कि यह सही है या गलत? अगर ये सही है, तो फिर बॉर्डर को लेकर अंतिम दो राउंड की बातचीत किस लिए थी?
ओवैसी ने कहा, 'मैं व्यक्तिगत रूप से लद्दाख सीमा पर स्थिति के बारे में बार-बार सवाल पूछता रहा हूं. लद्दाख में हमारे सैनिकों को उन क्षेत्रों में नहीं जाने दिया जा रहा, जहां वे पहले गश्त करते रहे हैं. लेकिन सरकार ने अब तक इस मामले में सच नहीं बताया है. यहां तक कि संसद में भी चुप्पी साधे हुए है.
ओवैसी ने कहा, हमारी क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दों पर सरकार का रवैया और दृष्टिकोण स्वीकार्य नहीं है. इतना ही नहीं ओवैसी ने भारत चीन विवाद के मुद्दे पर संसद में डिबेट रखने की मांग की. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इस देश का प्रतिनिधित्व करने सांसदों को सरकार विश्वास में क्यों नहीं ले रही है? इसके बजाय सरकार देश को अन्य मुद्दों पर विभाजित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. सरकार ने बाहरी विरोधियों से निपटने में हमारी ताकत को कमजोर किया है. क्या है मामला?
दरअसल, पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चल रहे विवाद के बीच चीन ने दावा किया है कि उसके सैनिकों (PLA) ने एलएसी के हॉट स्प्रिंग एरिया को खाली कर दिया है. हालांकि, इस मामले के जानकारों लोगों ने चीन के इस दावे को झूठा बताते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख में अभी सभी इलाके पूरी तरह से खाली नहीं हुए हैं.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी विदेश मंत्रालय ने HT से बातचीत में कहा है कि चीन पूर्वी लद्दाख में जल्द से जल्द विवाद को सुलझाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है. साथ ही चीन ने दावा किया है कि गलवान, पैंगोंग और हॉट स्प्रिंग इलाके से सेना हटाई जा चुकी है.

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